देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के अंतर्गत एक निजी अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, यहां भर्ती कराया गया कोरोना मरीज को परिजनों ने मृत्यु के बाद अस्पताल में ही छोड़ दिया और भाग गए । अस्पताल छोड़ने के बाद, परिवार ने अपने मोबाइल भी बंद कर दिए, ताकि अस्पताल प्रबंधन उनसे संपर्क न कर सके।

नेहरू नगर पुलिस मदद के लिए आगे आई और राज्य सरकार के आदेशों के बाद एम्बुलेंस की व्यवस्था कर पीपीई किट पहनकर मृतक के शव का रायपुर के श्मशान में अंतिम संस्कार किया।

ये है पूरा मामला

टिहरी गढ़वाल के एक व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था । जांच के बाद, व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था । 9 मई को व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक के साथ उनकी भाभी कांता देवी और भतीजा राज रावत थे। दोनों मृतक के शव को अस्पताल में छोड़कर अपने गांव चले गए।

जब कनिष्क अस्पताल द्वारा उनके परिजनों से संपर्क किया गया तो परिजनों का नंबर लगातार स्विच ऑफ आ रहा था । उसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके से मृतक के परिजनों से संपर्क करने की भी कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। जब मृतक के गांव के प्रधान से संपर्क किया गया, तो प्रधान द्वारा बताया गया कि मृतक का परिवार गांव में आ गए है। इसलिए देहरादून पुलिस को अंतिम संस्कार करना होगा।

काफी कोशिशों के बाद मृतक की भाभी से फोन पर बात हुई। मृतक की भाभी कांता देवी ने पुलिस को अंतिम संस्कार करने को कहा। ग्राम प्रधान और मृतक के परिजनों के संबंध में एक प्रार्थना पत्र व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा गया था, जिसके बाद पुलिस ने मृतक का अंतिम संस्कार किया।