रुद्रप्रयाग , PAHAAD NEWS TEAM

कोरोना अवधि के दौरान, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के भरदार क्षेत्र में पिछले साल बड़ी संख्या में प्रवासी अपने गांवों में वापस लौटे थे । क्वारंटाइन के दौरान, उन्होंने स्कूल परिसर में सब्जियां उगाने के साथ-साथ उबड़ खाबड़ भूमि को समतल करके बड़ी संख्या में पौधे उगाए थे। अब, दस महीने बाद, प्राथमिक विद्यालय के चारों ओर फैली हरियाली उनकी कड़ी मेहनत की कहानी कह रही है।

कोरोना के समय, जिले के भरदार पट्टी की ग्राम सभा घेघड़ के युवा प्रवासी, गुजरात, दिल्ली, मुंबई आदि शहरों से अपने गांव वापस लौटे इस दौरान नियमानुसार इन सभी को 14 दिन के क्वारंटाइन में प्राथमिक विद्यालयों में रखा गया। देश के प्रधान मंत्री ने भी उस समय अपने संबोधन में जनता को आत्मनिर्भर होने का संदेश दिया, जिसके कारण गाँव के प्रवासी गुमान सिंह, हरेंद्र सिंह, गुलाब सिंह, सौरभ भट्ट, गोविंद सिंह, मनोज सिंह, जय सिंह, वीरपाल सिंह, राजीव, पंकज, सुमित, हिमांशु आदि को सरकार की गाइड लाइन के अनुसार ग्राम सभा के बेसिक पाठशाला कमड़खेत भरदार में क्वारंटाइन हुए।

इस दौरान, उन्होंने सब्जी उत्पादन के साथ-साथ स्कूल के परिसर में फलदार पेड़ भी लगाए, और स्कूल के पास उबड़ खाबड़ भूमि को समलीकरण के लिए कुदाल, गैंती, सबल आदि गांव से मंगवाकर कार्य किया। इनके द्वारा खेत बनाए गए थे, जिसमें पौधे लगाए गए थे। आज स्कूल के आसपास पेड़ बड़े हो रहे हैं। हरियाली छाने लगी है। जो आस-पास के गाँव के लोगों को भी राहत दे रही है।

ग्राम सभा के निवासी शिव प्रसाद भट्ट ने कहा कि कम बारिश के कारण पौधों को नुकसान हुआ है, लेकिन इसके बावजूद, बड़ी संख्या में पौधे बढ़ रहे हैं। हालांकि कई प्रवासियों ने रोजगार की कमी के कारण फिर से शहरों की ओर पलायन किया है, लेकिन उनके कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा।

देश के प्रधान मंत्री ने भी उस समय अपने संबोधन में जनता को आत्मनिर्भर होने का संदेश दिया, जिसके कारण गाँव के प्रवासी गुमान सिंह, हरेंद्र सिंह, गुलाब सिंह, सौरभ भट्ट, गोविंद सिंह, मनोज सिंह, जय सिंह, वीरपाल सिंह, राजीव, पंकज, सुमित, हिमांशु आदि को सरकार की गाइड लाइन के अनुसार ग्राम सभा के बेसिक पाठशाला कमड़खेत भरदार में क्वारंटाइन हुए।