देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने लगातार हो रहे नुकसान को देखते हुए परिवहन निगम को बसों में डीजल की जगह सीएनजी किट लगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि यह काम जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि निगम को कर्ज लेने की प्रवृत्ति को हतोत्साहित करना चाहिए. खर्चों में कटौती कर आमदनी बढ़ानी चाहिए। उन्होंने निगम के चालक, परिचालक एवं अन्य कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने पर विभागीय सहायता दिये जाने के संबंध में शीघ्र बैठक करने के भी निर्देश दिये।

परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने मंगलवार को परिवहन निगम की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि निगम को घाटे से उबारने का हर संभव प्रयास किया जाए. निगम को आय बढ़ाने के प्रयास करने चाहिए ताकि वेतन भत्तों का लाभ समय पर मिल सके। उन्होंने उत्तर प्रदेश से परिसंपत्तियों के बटवारे की मजबूत पैरोकारी न करने पर असंतोष जताते हुए कहा कि इस कारण उत्तर प्रदेश के साथ परिसंपत्तियों का मसला हल नहीं हो पा रहा है। इसे उत्तर प्रदेश के साथ आपसी समन्वय और बातचीत से सुलझाना चाहिए। परिवहन मंत्री ने परिवहन निगम द्वारा बैंक से लिए गए 175 करोड़ रुपये के ऋण को चुकाने के लिए कार्य योजना तैयार करने को कहा.

उन्होंने कहा कि बसों के संचालन में सुधार किया जाए और बिना टिकट यात्रा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने निगम के ढांचे को नए सिरे से बनाने और कर्मचारियों के हित में निर्णय लेने के निर्देश दिए. बैठक में हरिद्वार रोड स्थित वर्कशॉप को ट्रांसपोर्ट नगर में शिफ्ट करने की भी जानकारी ली गई. बताया गया कि निर्माण कार्य के लिए दो करोड़ रुपये की जरूरत होगी। इसे छह महीने में पूरा कर लिया जाएगा।

परिवहन मंत्री ने सरकार से इस राशि की मांग की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए. उन्होंने सचिव परिवहन को निर्माणाधीन भवन के लिए आवश्यक राशि बिना किसी देरी के जारी करने के भी निर्देश दिए। बैठक में सचिव परिवहन रणजीत सिन्हा, अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव, एमडी परिवहन अभिषेक रोहिला, महाप्रबंधक उत्तराखंड परिवहन निगम दीपक जैन, सहायक अभियंता उत्तराखंड परिवहन निगम प्रमोद कुमार दीक्षित व उप सचिव परिवहन आशुतोष शुक्ला उपस्थित थे.