सरकारी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश को लेकर चल रहे विवाद के बीच, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि अगर मौसम किसी भी क्षेत्र में प्रतिकूल होता  है, तो डीएम को वहां छुट्टी का अधिकार दिया गया है। सरकार शिक्षकों और छात्रों की सुरक्षा को लेकर भी चिंतित है। इसलिए, शीतकालीन अवकाश को रद्द करने के लिए यह पहलू स्पष्ट रूप से प्रदान किया गया है।

दो दिन तक दून में रहने के बाद मंगलवार को शिक्षा मंत्री अपने गृह क्षेत्र गदरपुर लौट गए | उन्होंने कहा कि छुट्टी के संबंध में मुख्यमंत्री से बात करने के बाद निर्णय लिया जाएगा। स्वास्थ्य के अचानक बिगड़ने के कारण मुख्यमंत्री से बात नहीं हो सकी। शिक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि शिक्षक हमेशा छात्रों के हित में आगे आए हैं और इस बार भी उनका सकारात्मक सहयोग रहेगा।

इधर, मुख्यमंत्री के इलाज के लिए दिल्ली जाने पर शिक्षकों में मायूसी छा गई और आज शिक्षा मंत्री भी दून से चले गए। राज्य शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केके डिमरी और महासचिव डॉ.सोहन सिंह माजिला ने संघ के दोनों मंडलीय कार्यकारिणी को एक पत्र भेजकर अब तक किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी साझा की है।

माजिला ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। फिलहाल उनके शब्दों पर भरोसा है। यदि इस मुद्दे को जल्द हल नहीं किया जाता है, तो Union Provincial कार्यकारिणी की बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगा।