देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में भाजपा सरकार पांच साल पहले ही दो मुख्यमंत्रियों को बदल चुकी है. वहीं, तीसरे के लिए सत्ता पर काबिज होने की तैयारी की जा रही है। तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में कांग्रेस को सरकार पर तंज कसने का एक और मौका मिल गया है. उत्तराखंड के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे पर तंज कसते हुए कहा कि 2017 में सत्ता में आई उत्तराखंड भाजपा ने अपने दो नेताओं की स्थिति को हास्यास्पद बना दिया है। दोनों अच्छे आदमी हैं।

हरीश रावत यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि बजट सत्र के बीच में त्रिवेंद्र सिंह रावत जी की जगह लेने का फैसला किया गया, जबकि वित्त विभाग भी उनके साथ था. उन्हें बजट पर चर्चा और बहस का जवाब देना था। उन्हें बजट पास कराना था। फिर बजट भी आनन-फानन में पास हो गया और त्रिवेंद्र सिंह जी की विदाई भी हो गई।

इसके बाद हरीश रावत ने हरक सिंह रावत पर तंज कसते हुए कहा कि कि उतने भले ही आदमी तीरथ सिंह रावत जी मुख्यमंत्री बने थे. तीरथ सिंह रावत की स्थिति कुछ उनके बयानों ने और जितनी रही-सही कसर थी, वो भाजपा के शीर्ष द्वारा उनके चुनाव लड़ने के प्रश्न पर निर्णय न लेने कारण हास्यास्पद बन गई, , वे मजाक का पात्र बनकर के रह गये । लोग कह रहे हैं कि जब हमारे मुख्यमंत्री को यह जानकारी नहीं थी कि उनको कब चुनाव लड़कर के विधानसभा पहुंचना है तो यह व्यक्ति हमारा क्या भला करेगा।

वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने चुटकी ली कि

बिना लड़े ही उन्हें हार नज़र आने लगी, बातों-बातों में उन्हें खुली खार नज़र आने लगी, उनके किए सारे वादे और सिद्धांत जंग खा गये. उत्तराखंड की कुर्सी अब लाचार नज़र आने लगी.