धनोल्टी , PAHAAD NEWS TEAM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ऑल वेदर रोड के निर्माण कार्य में लगी कंपनियों की लापरवाही लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश के कारण ऋषिकेश-गंगोत्री एनएच-94 पर स्यासूं गाव में मार्ग के उपरी हिस्से की तरफ बना एक मकान ऑल वेदर रोड कटिंग के चलते पहाड़ी दरकने से क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे स्थानीय लोगों में कंपनी के खिलाफ गुस्सा है।

बता दें कि स्यासूं गांव में मार्ग पर बने नत्थी सिह का मकान ऑल वेदर रोड कटिंग के चलते पहाड़ी दरकने से क्षतिग्रस्त हो गया. नत्थी सिंह का कहना है कि एबीसीआई कंपनी की सहयोगी स्वर्ण जयंती कंपनी के द्वारा काफी समय पहले मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर कटिंग की गई थी. लेकिन रोड कटिंग करने के बाद सुरक्षा दीवार लगाने में लापरवाही बरती गई . इस संबंध में उन्होंने कई बार बीआरओ अधिकारियों को बताया लेकिन कंपनी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिससे आज उनका आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है।

वहीं मौके पर पहुंची तहसीलदार टिहरी शिप्रा वर्मा ने बीआरओ के कनिष्ठ अभियंता और कंपनी के डीपीएम को मौके पर बुलाकर निरीक्षण किया और निर्देश दिया कि प्रभावित परिवार को मुआवजा देने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए. एक स्थलीय रिपोर्ट भेजकर। साथ ही प्रभावित परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। वहीं घर के अंदर फंसे मवेशियों को वैकल्पिक रास्ता बनवाकर बाहर निकाला जाए। उन्होंने कहा स्यासूं नकोटखोली के अन्य जो भी ग्रामीण परिवार ऑल वेदर रोड के कारण खतरे की जद में हैं, उनकी समस्या का भी सामाधान करें ताकि कोई बड़ी दुर्घटना न हो .

उधर, ग्रामीणों ने भी कंपनी प्रबंधन के वाहनों को रोक कर अपना विरोध जताया है. उनका कहना है कि कंपनी द्वारा बेतरतीब ढंग से काम किया जा रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. कंपनी के द्वारा सड़क किनारे नाली तो बनाई गई है , लेकिन नाली जाम होने से लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस रहा है.

साथ ही कहा कि जो सड़कें टूटी हैं, सड़कें कंपनी द्वारा नहीं बनाई जा रही हैं. सड़क किनारे बिजली के खंभे गिरने की भी आशंका है, जिसके बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. आज सड़क किनारे लगे पोल के गिरने से शॉर्ट सर्किट हो गया। जिससे कई लोगों के घरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।

वहीं इस मामले में तहसीलदार शिप्रा वर्मा ने बताया कि उन्होंने विभागीय अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए हैं. ऐसे में अगर किसी भी तरह की लापरवाही सामने आती है तो उस अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.