देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. हर वर्ग के लोग कोरोना से परेशानी का सामना कर रहे हैं। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर से गरीब वर्ग काफी परेशानी में है. झुग्गी-झोपड़ियों और ग्रामीण इलाकों में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से पहुंच गई है.

कोरोना की दूसरी लहर में गरीब लोग बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं, जबकि पहली लहर के दौरान झुग्गी-झोपड़ी या गरीब परिवार के लोग अस्पतालों में पहुंच रहे थे. इस बार प्रदेश की मलिन बस्तियों और झुग्गी बस्तियों के अलावा पहाड़ों से भी कोरोना तेजी से फैल रहा है. एक अनुमान के मुताबिक राज्य में करीब 20 फीसदी मामले गरीब तबके के लोगों के हैं। इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित मध्यम वर्ग दिखाई दे रहा है। आंकड़ों की नजर से देखें तो इस बार कोरोना पहाड़ की तरफ फैल गया है. पहाड़ों से भी संक्रमण के बड़े आंकड़े देखने को मिल रहे हैं। पहाड़ों में रहने वाले गरीब परिवारों का इस पर भारी असर देखा जा रहा है.

कोरोना की चपेट में इतने लोग पहाड़ों में
जनपद कोरोना मरीजों की संख्या
अल्मोड़ा 8,166
बागेश्वर 3,787
चमोली 8,133
चंपावत 5,979
पौड़ी 13,329
पिथौरागढ़ 6,610
रुद्रप्रयाग 5,797
टिहरी 11,575
उत्तरकाशी 9,606

मई महीने से कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों पर नजर डालें तो पहाड़ी जिलों में हर दिन कई मामले सामने आ रहे हैं. अगर हम इन आंकड़ों में पहली लहर और दूसरी लहर की तुलना करें, तो 70% से अधिक मामले दूसरी लहर के दौरान होते हैं।

बता दें कि संक्रमण में ही नहीं मौत के आंकड़ों में भी दूसरी लहर गरीब तबकों पर भारी है. राज्य में मरने वाले 4,426 मरीजों में से लगभग 1000 पहाड़ी जिले के हैं।