रुद्रप्रयाग , PAHAAD NEWS TEAM

जिले के मनरेगा कर्मचारी संगठन ने हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर ग्रेड पे देने सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं होगी उनका आंदोलन जारी रहेगा।

निर्धारित कार्यक्रम के एक भाग के रूप में, मनरेगा कर्मचारी संगठन के सदस्य जिले के अगस्त्यमुनि, जखोली और ऊखीमठ के तीनों ब्लॉकों के सामने एकत्र हुए, जिसके बाद कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ग्रेड पे की मांग की। इस अवसर पर वक्ताओं ने नियमितिकरण की मांग पूरी न होने पर सरकार पर उपेक्षात्मक रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। कहा कि सभी मनरेगा कर्मियों को ग्रामीण और पंचायती राज विभाग में समायोजित किया जाना चाहिए, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। मनरेगा के कर्मचारियों को हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर ग्रेड पे दिया जाना चाहिए ताकि कार्मिक अपने परिवार का भरण-पोषण ठीक ढंग से कर सकें।इसके अलावा कर्मचारियों को बीमा व स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं सरकारी कर्मचारियों की भांति, राज्य अंश ग्रेड पे निर्धारण करते हुए मानदेय देने, मनरेगा कार्मिकों को सेवादाता संस्था व उपनल से रखे जाने का विरोध करने, प्रदेश के कई जिलों में हटाए गए कार्मिकों की पुन: बहाली करने की मांगें शामिल हैं। बताया जाता है कि कई जिलों में हर महीने कर्मियों का दो दिन का मानदेय काटा जा रहा है। इसका संगठन पुरजोर विरोध कर रहा है। बताया जाता है कि पहले 25 और 26 फरवरी को कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण कर्मचारियों ने अब अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। बैठक में संगठन के जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार, मनोज सुमरियाल, सुधीर कुमार, आशुतोष थपलियाल, हर्षबर्धन नेगी, नीरज नेगी, दिनेश रावत, हरीश सेमवाल, सुभाषिनी तिवारी, राजेंद्र बाजपेयी, उत्तम सिंह ने भाग लिया।

मनरेगा के कर्मचारियों को हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर ग्रेड पे दिया जाना चाहिए ताकि कार्मिक अपने परिवार का भरण-पोषण ठीक ढंग से कर सकें।इसके अलावा कर्मचारियों को बीमा व स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं सरकारी कर्मचारियों की भांति, राज्य अंश ग्रेड पे निर्धारण करते हुए मानदेय देने, मनरेगा कार्मिकों को सेवादाता संस्था व उपनल से रखे जाने का विरोध करने, प्रदेश के कई जिलों में हटाए गए कार्मिकों की पुन: बहाली करने की मांगें शामिल हैं।