देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान सहित हिमाचल के राज्यपाल रहे स्वर्गीय कल्याण सिंह राजनीति में अपनी स्वच्छ छवि और कुशल व्यवहार के लिए जाने जाते थे. आम लोगों से अपने सीधे जुड़ाव के कारण कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश में हमेशा जनता के करीब रहे। उत्तराखंड को लेकर भी दिवंगत कल्याण सिंह की यादें बेहद खास रही हैं।

कल्याण सिंह ने उत्तराखंड को एक अलग राज्य के रूप में स्थापित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और शायद इसीलिए कल्याण सिंह उत्तराखंड के लोगों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे।

उत्तर प्रदेश से अलग राज्य के रूप में उत्तराखंड के लोगों की लड़ाई लंबे समय से चली आ रही थी, इस लड़ाई को लड़ते हुए 1988 में उत्तरांचल राज्य निर्माण संघर्ष समिति का गठन किया गया था। विशेषज्ञों के अनुसार, इस समिति का गठन स्वर्गीय कल्याण सिंह के मार्गदर्शन में किया गया था।

खास बात यह है कि 1991 में जब भाजपा की सरकार आई और कल्याण सिंह मुख्यमंत्री बने, तो पहली बार उत्तर प्रदेश की विधानसभा में उत्तरांचल को अलग राज्य के रूप में स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया गया। जिसके बाद उत्तराखंड के लोगों में अलग राज्य को लेकर उम्मीद जगी थी। हालांकि इसके बाद भी उत्तराखंड के लोगों को अलग राज्य के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी।

तत्कालीन विधायक लाखी राम जोशी का कहना है कि दिवंगत कल्याण सिंह जैसे राजनेता का निधन एक बड़ी क्षति है, उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की दृष्टि से कल्याण सिंह की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी. वर्ष 1997 में जब कल्याण सिंह दूसरी बार मुख्यमंत्री बने तो फिर विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया। इतना ही नहीं, विधायक रह चुके लाखी जोशी ने अलग राज्य के गठन को लेकर हो रही देरी पर इस्तीफा तक दे दिया था.

हालांकि, उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के समझाने पर अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। वर्ष 2000 से पहले, उत्तराखंड उत्तर प्रदेश का हिस्सा था, इसलिए उत्तराखंड के लोग भी कल्याण सिंह को दो बार मुख्यमंत्री के रूप में जानते थे और उनके कुशल प्रशासन को महसूस करते थे। कल्याण सिंह का नाम शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शी परीक्षा प्रणाली संचालित करने के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने परीक्षाओं में नकल की पुरानी व्यवस्था को पूरी तरह खत्म कर दिया था।

राज्य के आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती का कहना है कि कल्याण सिंह एक अच्छे प्रशासक और कानून व्यवस्था देने वाले मुख्यमंत्री रहे । उन्होंने उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य को चलाया और कई नए बदलाव किए। हालांकि कल्याण सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश की तरह कल्याण सिंह उत्तराखंड के लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे और उत्तराखंड के निर्माण में उनकी भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा.