देहरादून से PAHAAD NEWS TEAM

मानसिक तनाव आज एक आम समस्या बन गई है। यह भी भयावह है कि बच्चे, युवा और बूढ़े सभी इसकी चपेट में हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के बाद भविष्य के बारे में अनिश्चितता भी मानसिक तनाव के मामलों में वृद्धि हुई है। विडंबना यह है कि मानसिक तनाव पर न तो समाज में खुलकर बात की जाती है, न ही हमारे पास तनाव को दूर करने के लिए पर्याप्त डॉक्टर और साधन हैं। (PAHAAD NEWS TEAM)

राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (NIEPVD) ने इस संवेदनशील मुद्दे पर काम करने और आम आदमी को तनाव मुक्त करने के लिए एक बेहतर पहल की है। भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से, संस्थान ने एक राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1800-599-0019 ‘किरण’ जारी किया है, जिस पर तनाव ग्रस्त लोग मदद के लिए फोन कर सकते हैं। (PAHAAD NEWS TEAM)

एनआईईपीवीडी के निदेशक डॉ. हिमांग्शू दास ने कहा कि लंबे समय से मानसिक तनाव पर लोगों की काउंसलिंग के लिए एक राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर विकसित करने के लिए काम किया जा रहा था। बताया कि हेल्पलाइन नंबर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 24 घंटे चालू रहेगा। मानसिक तनाव से जूझ रहा कोई भी व्यक्ति हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकता है और मनोचिकित्सकों के साथ अपनी समस्याएं साझा कर सकता है।

जिस भी कारण से कॉलर मानसिक तनाव से जूझ रहा है, मनोचिकित्सक उसकी समस्या को समझकर उसे तनाव से मुक्त होने में मदद करेंगे। यह बताया गया कि शुरुआत में हेल्पलाइन नंबर केवल दिव्यांगजनों की समस्याओं को हल करने के लिए तैयार किया जा रहा था, अब कुछ सुझावों के बाद इसे सभी के लिए खुला रखा गया है। (PAHAAD NEWS TEAM)