देहरादून से पहाड़ न्यूज़ टीम

कृषि कानूनों के विरोध में Uttarakhand के Farmer (किसान) भी सड़कों पर उतर आए। विभिन्न जिलों में किसान पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जुलूस के रूप में निकले, लेकिन police और प्रशासन ने जुलूस को जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंचने दिया। जगह-जगह किसानों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। पुलिस के साथ भी धक्का-मुक्की भी हुई। विरोध के कारण देहरादून-हरिद्वार और देहरादून-दिल्ली राजमार्ग भी घंटों तक बाधित रहा। रुड़की के भगवानपुर में किसानों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर हंगामा खड़ा कर दिया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी ट्रैक्टर की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। प्रशासन ने बमुश्किल प्रदर्शनकारियों को शांत कराया । अंत में किसान राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर वापस लौट गए। अब विभिन्न जिलों के किसानों ने सोमवार को दिल्ली कूच की घोषणा की है। हालांकि, उधम सिंह नगर के सैकड़ों किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। (पहाड़ न्यूज़)

भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) सहित विभिन्न किसान संगठनों के आह्वान पर उत्तराखंड के सभी जिलों में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। दून कूच की घोषणा देहरादून और हरिद्वार-रुड़की के सीमावर्ती क्षेत्रों के किसानों द्वारा की गई थी। जिसके तहत किसान बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों के साथ दून की ओर चले गए, लेकिन पुलिस बल ने उन्हें जगह-जगह रोक दिया। रुड़की और भगवानपुर से देहरादून आ रहे किसान अमानतगढ़ के पास पुलिस से भिड़ गए। हाथापाई के दौरान किसानों ने ट्रैक्टरों से पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। इस दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी और दो थानाध्यक्ष अधिकारी Tractor (ट्रैक्टर) की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए।Farmer (किसान) करीब पांच घंटे तक Doon हाईवे पर डटे रहे।(पहाड़ न्यूज़)

उधर, रुड़की के किसानों ने भी दून जाने की कोशिश की, लेकिन ज्वालापुर में किसानों को रोका गया। वहीं, ऊधमसिंह नगर में भी किसानों ने ट्रैक्टरों के साथ प्रदर्शन किया। शांतिपूर्ण विरोध के बाद सैकड़ों किसानों ने रुद्रपुर से दिल्ली के लिए कूच किया। जहां वे सोमवार को राज्य के अन्य किसानों के साथ मिलकर प्रदर्शन करेंगे। इधर देहरादून में डोईवाला, विकासनगर और मोहंड में किसानों ने उत्पात मचाया। दून कूच की जिद पर अड़े किसानों को पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रोका, तब जाकर किसान नाराज हुए। घंटों हाईवे जाम और विरोध प्रदर्शन के बाद शाम को किसान ज्ञापन सौंपकर लौट गए।(पहाड़ न्यूज़)