ऋषिकेश , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों के बारे में, मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि सभी को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए नियमों को कड़ा करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से कोविड के दिशानिर्देशों का राज्य में कड़ाई से पालन कराया जाएगा। इसके लिए चालान और एफआईआर की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।

कुंभ मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को ऋषिकेश पहुंचे मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने साफ कर दिया कि कोविड -19 को लेकर लापरवाही नहीं होने देंगे । उन्होंने कहा कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों और साधुओं के लिए कोविड जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता लागू की गई है। 72 घंटे तक की आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट या वैक्सीनेशन की रिपोर्ट के साथ ही श्रद्धालु कुंभ में आ सकेंगे।

उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल से इस प्रणाली को बहुत सख्त किया जा रहा है। लोगों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। हाईकोर्ट ने इसके लिए आदेश भी दिया है। भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार ने सभी के हित में इस संबंध में एसओपी जारी की हैं। हम एक सुरक्षित कुंभ आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें सुरक्षा के लिए कुछ प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि जो लोग कोविड -19 के दिशानिर्देशों का पालन नहीं करते हैं, उन्हें कुंभ मेले में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके लिए, चालान और मुकदमे दायर करने की सख्त कार्रवाई भी लागू की जाएगी।

मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने साफ कर दिया कि कोविड -19 को लेकर लापरवाही नहीं होने देंगे । उन्होंने कहा कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों और साधुओं के लिए कोविड जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता लागू की गई है। 72 घंटे तक की आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट या वैक्सीनेशन की रिपोर्ट के साथ ही श्रद्धालु कुंभ में आ सकेंगे।