नैनबाग , पहाड़ न्यूज़ टीम
इस बार मौण मेला 26 जून को मनाया जा रहा है । इस बार मेले में छह से दस हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है. इस मेले के तहत साल में एक बार अगलाड़ नदी में मछली पकड़ने का ऐतिहासिक उत्सव मनाया जाता है। मगर इससे पहले कुछ परेशानी भी आ रही है।
अगलाड़ नदी में जून माह में पौराणिक मौण मेले का भी आयोजन किया जाता है. समिति के पास लोगों की शिकायत के अनुसार कुछ शरारती तत्वों द्वारा अगलाड़ नदी में ब्लीचिग पाउडर डाला जा रहा है जिसके कारण नदी में मछली और जीव जंतु का बड़ी मात्रा में नुकसान हो रहा है. जिसके कारण पर्यावरण को भारी क्षति हो रही है तथा हमारे पौराणिक परंपरागत मौण मेले पर भी इसका विपरीत असर पड़ रहा है इसलिए इस पर रोक लगाना अति आवश्यक है
ऐसे शरारती लोगो लोगों की जांच कर कड़ी कार्यवाही की जाए भविष्य में इस पर रोक लगाई जा सके. ग्रामीणों ने प्रशासन से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि टिमरु के पाउडर से मछलियां मरती नहीं हैं और पर्यावरण भी सही रहता है।
इस अवसर पर मौण मेला विकास समिति के अध्यक्ष महिपाल सिंह सजवाण ( बैल) , उपाध्यक्ष गोपाल सिंह बर्तवाल (भटौली ), सचिव जयपाल सिंह राणा (सड़ब) , कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह रावत (टटोर) , महामंत्री महेशानंद (खैराड) , सदस्य आनंद रावत (कांडी) , राजेश सजवाण (सैजी) ,सिया कुमार (परोगी) , पूरण चौहान (सड़ब मल्ला) , राजेंद्र सिंह (भूटगाँव) आदि लोग उपस्थित थे
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