देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

अल्मोड़ा स्थित सोबन सिंह जीना शासकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान के प्राचार्य डॉ. राम गोपाल नौटियाल को आखिरकार मंत्री की नाराजगी भारी पड़ी। सरकार ने उन्हें प्राचार्य के पद से हटाकर हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में टीबी और छाती विभाग के प्रोफेसर के पद पर तैनात कर दिया है।

गुरुवार को सरकार ने डॉ. नौटियाल सहित चिकित्सा शिक्षा विभाग में तीन अधिकारियों को स्थानांतरित कर दिया। दरअसल जून माह में बतौर अल्मोड़ा जिले की कोविड-19 प्रभारी मंत्री रेखा आर्य ने समीक्षा बैठक के दौरान अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पर प्रोटोकॉल के उल्लंघन करने का आरोप लगाया था. समीक्षा बैठक के दौरान अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने कोविड के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया था। आरोप है कि प्रस्तुतीकरण के दौरान उन्होंने फोन काल रिसीव की, साथ में करीब तीन मिनट तक बात भी की । रेखा आर्य ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को प्राचार्य द्वारा मंत्री के प्रोटोकॉल की उपेक्षा पर पत्र भी लिखा था।

अब धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य की नाराजगी देखकर प्राचार्य डॉ. राम गोपाल नौटियाल को पद से मुक्त कर दिया गया है. हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. चंद्र प्रकाश को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज का प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है. सरकार ने हल्द्वानी मेडिकल कालेज में ही जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर डा अरुण जोशी को वर्तमान पद के साथ ही हल्द्वानी मेडिकल कालेज के प्रभारी प्राचार्य पद का जिम्मा भी सौंपा है । चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने तीनों चिकित्सा अधिकारियों को नए पदस्थापन स्थान पर तत्काल प्रभाव से कार्यभार संभालने के आदेश जारी किए.