देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

राजधानी देहरादून आईएसबीटी से दिल्ली जाने के दौरान अब मोहंड के रास्ते में मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत नहीं होगी. इस क्षेत्र में बीएसएनएल और रिलायंस टेलीकॉम के टावर लगाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी दे दी गई है।

मोहंड क्षेत्र में लगेंगे मोबाइल टावर

देहरादून से दिल्ली जाते समय छुटमलपुर से पहले मोहंड के जंगलों में मोबाइल कनेक्टिविटी को लेकर बड़ी समस्या रहती है। मोहंड के वन क्षेत्र में कई बार लोग परेशानी में होने के बावजूद किसी से संपर्क नहीं कर पाते हैं. यह समस्या काफी समय से देखी जा रही है। लेकिन राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के प्रयास से इस क्षेत्र में 5 अलग-अलग मोबाइल टावर लगाने की अनुमति मिल गई है.

मुख्य वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते के अनुसार उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे इस क्षेत्र में तीन मोबाइल टावर उत्तराखंड की सीमा में स्थित राजाजी राष्ट्रीय उद्यान के क्षेत्र में लगाए जाएंगे. जमीन ट्रांसफर करने का काम चल रहा है। वहीं तकरीबन चार टावर उत्तर प्रदेश वाले इलाके में लगना है , जिसके बारे में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने उत्तर प्रदेश के वन मंत्री से बात की है. दोनों राज्यों में जमीन का तेजी से हस्तांतरण हो रहा है। जिसके बाद बीएसएनएल रिलायंस मोबाइल नेटवर्क यहां अपने टावर लगाएगा।

यूपी सरकार ने दिए निर्देश

इस संबंध में उत्तर प्रदेश के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश वन विभाग के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में मोबाइल टावर लगाने के लिए सर्वे की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के निर्देश दिये जा रहे हैं.

अनिल बलूनी ने 16 अप्रैल को लिखा था पत्र

राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर को पत्र लिखकर कहा कि राजधानी देहरादून और उत्तर प्रदेश की सीमा पर मोहंड में करीब 10 किलोमीटर के वन क्षेत्र में मोबाइल टावर नहीं है. ऐसे में अगर यहां कोई दुर्घटना होती है या कोई किसी से दूरसंचार के जरिए बात करना चाहता है तो उसे शहर की तरफ आना पड़ता है. जबकि इस क्षेत्र में गाड़ियों का आवागमन और गुर्जरों के कई डेरे भी शामिल हैं . अगर यहां टावर लगता है तो किसी भी घटना की सूचना देने में देर नहीं लगेगी। साथ ही आसपास के क्षेत्र में भी लोगों को सुविधा मिलेगी।