विकासनगर, PAHAAD NEWS TEAM
सभावाला में भारतीय किसान सभा के मंडल सम्मेलन में, कम्युनिस्ट नेताओं ने एक स्वर में कहा कि किसान सभा कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि तीनों कानूनों को वापस लेने तक देश भर में आंदोलन जारी रहेगा। सम्मेलन ने किसान आंदोलन को और अधिक ताकत देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सहसपुर क्षेत्र के शिमला बाईपास स्थित सभावाला में भारतीय किसान सभा के सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवाण ने कहा कि वर्तमान समय में कृषि और किसान गंभीर संकट में हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने उद्योगपतियों के हाथों में कृषि खेती गिरवी रखने के लिए तीन विनाशकारी कृषि कानून तैयार किए हैं। कहा कि जहां सरकार को खेती से जुड़ी समस्याओं को दूर कर किसानों को राहत देने का काम करना चाहिए था, वहीं सरकार ने किसानों से उनकी जमीन हड़पने की योजना बनाकर उस पर काम करना शुरू कर दिया। कम्युनिस्ट नेता और किसान सभा के जिला मंत्री कमरुद्दीन ने कहा कि किसान आंदोलन अब किसी एक राज्य या देश के आंदोलन के बजाय विश्व स्तर पर पहुंच गया है। केंद्र सरकार को हर कीमत पर तीनों कानूनों को वापस लेना होगा। उन्होंने कहा कि किसान सभा हर स्तर पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन का समर्थन कर रही है। सम्मेलन को सहसपुर के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र पुरोहित ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में 11 अप्रैल को आयोजित होने वाली किसान सभा के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक संचालन समिति का भी गठन किया गया। इस अवसर पर पूर्व प्रधान सुंदर थापा, महबूब हसन, गुमान सिंह, मोहम्मद इस्लाम, अयूब हसन, ओमपाल, इस्लाम अली, शकील, वजीर अली, कामिल हसन आदि उपस्थित थे।
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