मसूरी , PAHAAD NEWS TEAM

होटल सवॉय में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए 551 किस्मों के वड़े बनाए गए और प्रदर्शित किए गए। यह वड़ा तीन सौ उत्पादों से बनाया गया है। खास बात यह है कि उत्तराखंड के उत्पादों और जड़ी-बूटियों से 51 वड़े बनाए गए, जो आकर्षण का केंद्र बने रहे। इसमें झंगोरा, टिमरू, तिल, मंडवा, जख्या, गागले के पत्ते, चौलाई, अर्से, रोटाना आदि के वड़े शामिल हैं। इसका मुख्य उद्देश्य दुनिया में भारतीय व्यंजनों को बढ़ावा देना है।

आपको बता दें कि वड़े का भारतीय व्यंजनों में एक अलग स्थान है, जो पूरे भारत के कोने-कोने में अलग-अलग तरह से बनाए जाते हैं। लेकिन इसमें मुख्य रूप से करीब एक दर्जन वड़े प्रचलन में हैं। उत्तर भारत से दक्षिण भारत तक150 वड़े बनते हैं। ऐसे में 551 वड़े बनाने का रिकॉर्ड अनोखा है. इस कार्यक्रम की मुख्य सूत्रधार मसूरी की प्रगतिशील रसोइया स्मृति हरि ने बताया कि पिछले दो साल से इस कार्यक्रम की योजना बनाई जा रही है, लेकिन अब यह सामने आ गया है. होटल सवॉय ने इसमें अहम भूमिका निभाई।

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य दुनिया में भारत के व्यंजनों को बढ़ावा देना है। इसमें उत्तराखंड के उत्पादों और जड़ी-बूटियों से 51 वड़े बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के व्यंजन बनाकर परोसे जाएंगे ताकि दुनिया भर में भारतीय व्यंजनों को सामने लाया जा सके। वहीं पंजाब से आए रिकॉर्ड होल्डर सेफ डॉ. वीरेंद्र सिंह राणा ने बताया कि वड़ा एक भारतीय व्यंजन है. जिसे बड़े चाव से खाया जाता है। इसका मकसद इसे बढ़ावा देना है।

इस मौके पर सवॉय होटल के शेफ राजीव बडोला ने बताया कि भारतीय खाने में कई वैरायटी हैं, जो अपने आप में एक संस्कृति है, लेकिन इसका प्रचार पूरी दुनिया में नहीं हुआ है. इस तरह के कार्यक्रम निश्चित रूप से भारतीय व्यंजनों के प्रेमियों का ध्यान आकर्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में सवॉय होटल का विशेष सहयोग रहा. उन्होंने इसमें पूरा स्टाफ लगा दिया और अपना किचन भी दे दिया।