देहरादून से PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड आयुर्वेद विवि आए दिन नए विवादों में घिरता नजर आ रहा है। कभी खरीद, कभी नियुक्ति में झोल और कभी फीस और संसाधनों को लेकर छात्रों का हंगामा मचा। अब विश्वविद्यालय की एक और लापरवाही सामने आई है। विवि प्रशासन ने बुधवार को आयोजित होने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर (बायोटेक्नोलॉजी/सेल्यूलर मॉलीक्यूलर बायोलॉजी/ह्यूमन एंड आयुर्वेदिक बायोलॉजी) के पदों के लिए लिखित परीक्षा विवि प्रशासन ने मंगलवार को एकाएक स्थगित कर दी। यह बताया गया है कि न तो सरकार की अनुमति और न ही परीक्षा के लिए पेपर तैयार था। ऐसे में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और उत्तराखंड के दूरदराज के इलाकों से परीक्षा देने आए अभ्यर्थी परेशान हो गए और उन्हें वापस लौटना पड़ा।

मंगलवार दोपहर को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर रजिस्ट्रार डॉ. सुरेश चौबे की ओर से आदेश जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि अपरिहार्य कारणों से परीक्षा स्थगित कर दी गई है। बताया गया है कि सरकार ने बिना अनुमति के भर्ती प्रक्रिया शुरू करने पर नाराजगी जताई, जिसके बाद परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। इस परीक्षा के लिए 95 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।

उनमें से कई दून में परीक्षा देने पहुंचे थे, जबकि कई पहुंचने वाले थे। परीक्षा स्थगित होने से अचानक उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने भी नाराजगी जताई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुनील जोशी ने भी माना कि परीक्षा स्थगित करने से उम्मीदवारों को परेशानी हुई है। उन्होंने कहा कि पेपर परीक्षा के लिए तैयार नहीं था, इसलिए इसे स्थगित करना पड़ा। जल्द ही अगली तारीख तय करके वेबसाइट पर जानकारी साझा की जाएगी। उन्होंने उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाने की सलाह दी है।