रामनगर , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड आने वाले लोगों की कोरोना जांच की अनिवार्यता ने रामनगर के पर्यटन व्यवसाय पर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रामनगर के रिसॉर्ट और होटलों में, इस सप्ताह की 35 से 40 प्रतिशत बुकिंग निरस्त हो चुकी है। रिसॉर्ट में बुकिंग निरस्त होने से कॉर्बेट पार्क भी प्रभावित होगा। ऐसे में इस साल भी पर्यटन कारोबार प्रभावित होने की संभावना है।

देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक आने में सख्ती की गई है। उत्तराखंड आने पर, लोगों को 72 घंटे पहले की कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी। अगर रिपोर्ट नहीं लाई गई, तो लोगों का शहर की सीमा पर कोविड टेस्ट किया जाएगा ।

जो लोग क्वारंटाइन होने से बचने के लिए छुट्टी मनाने के लिए रामनगर आना चाहते थे। उन्होंने कई रिसॉर्ट्स और होटलों में अपनी बुकिंग रद्द कर दी है। शुक्रवार, शनिवार और रविवार को सप्ताहांत में रामनगर में बहुत सारी बुकिंग थी। अब रिसॉर्ट में इन दो दिनों की 35 से 40 फीसद बुकिंग पर्यटक निरस्त करा चुके है। अगर हालत ऐसे ही रहे तो आगे का कारोबार प्रभावित होगा।

कुछ समय के लिए पर्यटन व्यवसाय पटरी पर था। कोरोना के खतरे के कारण अब पर्यटक फिर से नहीं आ रहे हैं। रामनगर में रिसॉर्ट में 35 से 40 प्रतिशत लोगों ने बुकिंग रद्द कर दी है। इससे पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय रोजगार पर भी इसका असर पड़ता है। पर्यटक गाइडलाइन को लेकर उलझन में है।

हरी सिंह मान, प्रेसिडेंट होटल एंड रिसोर्ट एसोसिएशन रामनगर। कॉर्बेट पार्क के वार्डन आरके तिवारी ने कहा कि यदि होटलों में बुकिंग रद्द कर दी जाती है, तो कॉर्बेट पार्क के पर्यटन पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है। वर्तमान में, कॉर्बेट पार्क में कोरोना के कारण से बुकिंग निरस्त करने की जानकारी नहीं है।