देहरादून, पहाड़ न्यूज टीम

ग्राम कांडी से उपेंद्र रावत की स्पेशल रिपोर्ट :

हजारो लोगो की आस्था की प्रतिक मां भद्रकाली देवी देवीकोल में 16 जुलाई आषाढ़ संग्रांद के दिन लगेगा भव्य मेला और इसके साथ माँ भद्रकाली की प्रागण में वृक्षा रोपण भी किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष माँ भद्रकाली के प्रागण आषाढ़ की संग्रांद के दिन मेला लगता है और ये मेला काफी प्राचीन समय से लगता आ रहा है।


माना जाता है की मां भद्रकाली को सिलवाड एवम अठजुला पालक की रूप में भी जाना जाता है जब भी कभी छेत्र के लोगो पर कोई विपत्ति आती है तो तब लोग माता के दरबार में हाज़री लगाते है, माता रानी के आश्रीवाद से छेत्र में खुसहाली बनी रहती है।
इस अवसर पर सभी सभी छेत्र वासी अपने पारम्परिक परिधानों में नज़र आते है और अपने जौनपुरी रासो निर्त्य करते है। माना जाता है के पहले के टाइम पर संचार के कोई साधन नही होते थे तो सभी लोग इन मेलो में मिल लिया करते थे।

मंदिर समिति ने सभी लोगो से आने का आग्रह किया है

देविकोल पर्यटन समिति से जुड़े सिलवाड एवम अठजुला के सभी सम्मानित लोगों से निवेदन है कि 16 जुलाई आषाढ़ संग्रांद के दिन सभी गांवों के गाजे बाजे के साथ देवीकोल में मां भद्रकाली देवी भगवती प्रांगण में पहुंचने का प्रयास करें। मेले में आने वाली युवतियों व महिलाओं से अपनी पारंपरिक वेशभूषा में मेले में शामिल होने का प्रयास करें। मंदिर के पुजारी ब्रह्मानंद बिजलवान जी और पुरोहित जी से भी समय से देवीकोल पहुंचने का निवेदन है। मां भद्रकाली देवी भगवती का सभी पर आशीर्वाद बना रहे, ऐसी कामना करते हैं।