सहिया , PAHAAD NEWS TEAM

जौनसार बावर के इतिहास में पहली बार 175 साल बाद समाल्टा गांव में 39 खतों के सदर स्याणा एवं 35 ‘खाग’ उप सदर स्याणाओं के संवाद सम्मेलन आयोजित किया गया. जिसमें जौनसार बावर में सर्वांगीण विकास के लिए सात प्रस्तावों को ध्वनीमत से पारित किया गया। जिसमें जौनसार बावर की प्राचीन परंपराओं, रीति-रिवाजों और प्राचीन सुलभ और सरल न्याय प्रणाली के बारे में चर्चा की गई। इस मौके पर सदर स्याणा सुनील जोशी ने कहा है कि लोक पंचायत की यह एक सराहनीय पहल है. ऐसे समय में जब राजनीति के कारण गांव खंडित होते जा रहे हैं, तब गांवों को सामूहिकता से जोड़ने का कार्य लोक पंचायत द्वारा किया जा रहा है।

सदर स्याणा ने कहा है कि जौनसार बावर के रीति-रिवाजों और परंपराओं को जीवित रखने के लिए इस तरह के सम्मेलन एक अच्छी पहल है। उन्होंने कहा है कि जौनसार बावर की प्राचीन न्यायिक व्यवस्था सामूहिक पंचों के निर्णय से संचालित होती थी। स्याणा जहां एक माध्यम थीं, वहीं समाज के साथ काम करती थीं। कई संतों ने यह भी माना है कि आपसी सामाजिक समरसता में कमी आई है, जिसे बनाए रखने के लिए वे कृतसंकल्प हैं।

सदर स्याणा पशगांव शूरवीर सिंह ने कहा है कि भले ही सार्वजनिक व्यवस्था में स्याणा की जिम्मेदारी महत्वहिन हो गई है, आज भी सदर को संगठित करने में स्याणा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, वे समाज को संगठित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

सम्मेलन में पारित प्रस्ताव में महिलाओं और जातियों में कोई भेद किए बिना एक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें सभी को सामूहिक निर्णय में भाग लेने के लिए कहा गया।

जौनसार बावर क्षेत्र में प्राचीन काल से ही न्याय की सुलभ और सुदृढ़ व्यवस्था रही है। सामाजिक मान्यताओं को सफलतापूर्वक संचालित करने और न्याय व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में गांव, खाग एवं खत स्याणाओं ने स्थानीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भविष्य का जौनसार बावर विभिन्न क्षेत्रों में उत्तरोत्तर विकसित होना चाहिए। इसलिए सामाजिक सरोकारों को समर्पित लोक पंचायत द्वारा आयोजित स्याणा संवाद सम्मेलन का आयोजन किया गया है।

खत बावर के स्याणा चमन सिंह ने कहा है कि जौनसार बावर में सुलभ न्यायिक व्यवस्था, अशोक के शिलालेख और चार महासू देवताओं का अपना महत्वपूर्ण स्थान है। इन तीन ऐतिहासिक धरोहरों से हमारी संस्कृति बची हुई है। उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति को अच्छी शिक्षा देने के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी देने चाहिए। ताकि हमारा परिवार बेहतर बने।

लोक पंचायत के वरिष्ठ सदस्य के.एस. चौहान ने कहा है कि जौनसार बावर की न्यायिक व्यवस्था त्वरित और निष्पक्ष है. इस न्याय प्रणाली में महिलाओं और सभी वर्गों को शामिल किया जाएगा।

लोक पंचायत के वरिष्ठ सदस्य जयपाल सिंह चौहान ने कहा है कि हमें स्थानीय स्तर पर ही स्वरोजगार पैदा करना है. जिससे हमारी संस्कृति और पलायन दोनों बचेंगे। इससे हमारे क्षेत्र का आर्थिक स्तर भी अच्छा रहेगा।

लोक पंचायत सदस्य भरत चौहान ने कहा कि जौनसार बावर में लोक पंचायत पिछले पांच वर्षों से शिक्षा, पर्यटन और विभिन्न क्षेत्रों में निःस्वार्थ भाव से कार्य कर रही है.

समापन सत्र में लोक पंचायत सदस्य श्रीचंद शर्मा ने कहा है कि जौनसार बावर में लोक पंचायत पूरी लगन से सामाजिक कार्य करेगी. लोक पंचायत छात्रों, डॉक्टरों, बुद्धिजीवियों, अधिकारियों, कर्मचारियों यानी विभिन्न वर्गों के बीच सामाजिक जागरूकता करती है। उन्होंने स्याणा संवाद सम्मेलन में आदर्श जौनसार बावर के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला है.

आईटीवीपी आई.जी. गम्भीर सिंह चैहान, पद्मश्री प्रेमचन्द शर्मा, लोक पंचायत के महावीर सिंह नेगी, फतेह सिंह चौहान आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए.

सात प्रस्ताव पास किये गये
1- हम जौनसार बावर की प्राचीन परम्पराओं का सम्मान करते हैं तथा इस पर गर्व भी करते हैं, जीवन के प्रत्येक पायदान पर हमारे समाज के प्रत्येक संस्कार और व्यवहार के विधान निर्मित है। जिसमें हमारी न्यायिक व्यवस्था भी निहित है, हम इसमें कुछ संशोधन के साथ इसे संरक्षित करने का प्रयास करेंगे।
2- सम्पूर्ण जौनसार बावर हमारी एक पारिवारिक इकाई है इसमें हम किसी भी प्रकार का वैमनस्य नहीं आने देंगे। जाति भेद-वर्ग भेद राजनीति के कारण गांव के आंगन के बंटवारे को भी स्वीकार नहीं करेंगे।
3- हम संविधान के अनुकूल लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं उसके सहभागी भी है, छोटे-छोटे विवादों के कारण कोर्ट कचहरी के चक्कर में हमारा समय व धन का अपव्यय न हों इसलिए जौनसार बावर में आपसी सौहार्द त्वरित और निष्पक्ष न्याय के लिए स्थानीय परम्परागत न्याय व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास करेंगे।
4- देश और दुनियां के साथ जौनसार बावर भी आगे बढ़ रहा है, सभी जाति वर्ग शिक्षा के नए कीर्तिमान स्थापित करें। हम भी अपेक्षा करते हैं कि हमारी मातृशक्ति व कोई भी वर्ग शिक्षा से वंचित न रहे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर जौनसार बावर की रीति-नीति में सहयोगी बने हम इसके लिए प्रयास करेंगे। जौनसार बावर की मातृशक्ति भी न्यायायिक प्रक्रिया का हिस्सा बने यह सभी इसके लिए प्रतिबद्ध है।
5- जौनसार बावर के हमारे आस-पास के क्षेत्र में अनेक असामाजिक गतिविधियों का चलन बढ़ रहा है, हमारी अस्मिता पर चोट पहुंच रही है नशावृति नौजवानों को जीवन छीन रहा है, गांव स्तर पर ही इसको रोकने का प्रयास किया जायेगा।
6- जौनसार बावर अतिथि देवो भवः की परम्परा पर आज भी पर्णतः विश्वास करता है लेकिन अपनी मातृशक्ति और मातृभूमि के सम्मान की रक्षा के लिए जौनसार बावर का जनमानस असमाजिक तत्वों को प्रवेश नहीं करने देगा।
7- आधुनिक भारत में जौनसार बावर में तीर्थाटन एवं पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे, जिसे आधार पर हमारे देवस्थान तथा हमारे तीज त्यौहार भी होंगे। क्षेत्र के सर्वागीण विकास के लिए हम पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं। लक्षित योजनाओं का ग्राम विकास में पूर्ण उपयोग हो इसके लिए यह सभा प्रयासरत रहेगी।

स्याणा संवाद सम्मेलन में सदर स्याणा शूरवीर सिंह खत पशगांव, सुनिल जोशी स्याणा कोरू, राजेश्वर सिंह तोमर स्याणा फरटाड़, मोहर सिंह स्याणा धोईरा, दिग्विजय सिंह स्याणा लखवाड़, जगत सिंह चैहान स्याणा लेल्टा, अर्जुन सिंह तोमर स्याणा समाल्टा, शमशेर सिंह स्याणा जाड़ी, श्याम सिंह चैहान स्याणा लखौउ, विजयपाल सिंह स्याणा तपलाड़, राजेन्द्र सिंह तोमर स्याणा अठगांव चन्दोउ, रजनीश पंवार स्याणा बौन्दूर, विजयपाल सिंह स्याणा उपरली अठगांव, महेन्द्र सिंह स्याणा शिलगांव बावऱ, दिनेश सिंह तोमर स्याणा उपलगांव, राजेन्द्र सिंह राय स्याणा उद्पाल्टा, पूरण सिंह राणा स्याणा कैलोउ, जगवीर सिंह चैहान स्याणा मोहनखत आदि सदर स्याणा उपस्थित रहे।

इस श्रखला में खाग स्याणा सूरत सिंह चैहान कोरू, बैजराम सिंह चैहान बाढ़ौ, बचन सिंह राठौर कोरू, अमर सिंह चैहान कोरू, टीकम सिंह बाना, गुलाब सिंह नेगी बाना, परम सिंह बनगांव, मिल्कीराम जोशी बणगांव, बुद्ध सिंह तोमर बमटाड़, महेन्द्र सिंह तोमर पंजगांव, रघुवीर नौटियाल पशगांव, केशर सिंह शर्मा पशगांव, पिताम्बर सिंह पशगांव, प्रीतम सिंह तपलाड़, कृपाल सिंह राणा देवघार आदि लोग उपस्थित रहे।

अतिथियों में हनोल मंदिर समिति के सचिव व बाजीर मोहनलाल सेमवाल, अर्जुन सिंह भंडारी, जौनसार बावर कर्मचारी मंडल के अध्यक्ष तुलसी तोमर, इंदर सिंह नेगी, नत्थी सिंह तोमर, पूर्व प्रधान रणवीर सिंह चौहान, सरदार सिंह तोमर, वरिष्ठ पत्रकार विजेंद्र रावत आदि लोग मौजूद थे।

इस अवसर पर लोक पंचायत के वरिष्ठ सदस्य रणवीर सिंह तोमर, महावीर सिंह नेगी, शूरवीर सिंह तोमर, सतपाल चैहान, अनिल सिंह तोमर, प्रीतम सिंह, गम्भीर सिंह चैहान, फतेह सिंह चैहान, धर्मेन्द्र चैहान, प्रदीप वर्मा आदि मौजूद थे.

पगड़ी थी आकर्षण का केंद्र

सदर और उप सदर स्याणा संवाद सम्मेलन में मौजूद सभी सदर और खाग स्याणाओं को लोक पंचायत सामाजिक संगठन ने पगड़ी पहनाई.

सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश एवं बिन्हार के स्याणा भी मौजूद थे।

लोक पंचायत संवाद सम्मेलन में थ्रोच के स्याणा मायाराम चौहान नम्बरदार, ओम प्रकाश शर्मा स्याणा चैंतरू टिटियाणा , ओमप्रकाश ठाकुर स्याणा शरली , बिन्हार के स्याणा दीपक तोमर आदि मौजूद थे.