बागेश्वर, PAHAAD NEWS TEAM

पर्वतीय जिला बागेश्वर को पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा से जोड़ने वाले पुलों की स्थिति बेहद जर्जर है. एनएच विभाग द्वारा पुलों में लगाई गई प्लेट पूरी तरह से खराब हो चुकी है, जिससे राहगीर घायल हो रहे हैं। जर्जर पुलों के कारण लोगों ने बड़े हादसे की आशंका व्यक्त की है। इन पुलों को बने हुए 6 दशक से ज्यादा का समय हो चुका है।

पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा को जोड़ने वाले पुलों की हालत देखकर लगता है कि ये किसी बड़े हादसे को न्यौता दे रहे हैं. वहीं दूसरी ओर शायद प्रशासन और सरकार भी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं. सरयू और गोमती नदियों पर बने पुलों को बागेश्वर की जीवन रेखा माना जाता है। ये पुल बागेश्वर को अन्य जिलों से जोड़ते हैं और आज भी इनकी हालत जर्जर है। इन पुलों का निर्माण करीब 6 दशक पहले हुआ था। तब से लेकर आज तक इन पुलों से प्रतिदिन भारी वाहन गुजरते हैं, बावजूद इसके उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।

वहीं क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश कृषक पांडे का कहना है कि कोई भी बड़ा हादसा होने से पहले एनएच विभाग को पुलों की मरम्मत करा लेनी चाहिए. क्योंकि बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए यह पुल जिले में आकर्षण का केंद्र है। वहीं एनएच के संबंधित अधिकारी ने PAHAAD NEWS संवाददाता को फोन पर बताया कि फिलहाल इन पुलों का निरीक्षण किया जाएगा, जिसके बाद पुलों की स्थिति के अनुसार स्थायी और अस्थायी रूप से इनकी मरम्मत की जाएगी.