चमोली , PAHAAD NEWS TEAM

चमोली जिले में उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी पर लगे आरोपों के बाद शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से निराश यहां की जिला पंचायत के भाजपा समर्थित सदस्यों ने सामूहिक त्याग पत्र भेजा है. उधर, शासन ने मुख्य विकास अधिकारी चमोली की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारियों की समिति गठित कर जिला पंचायत चमोली द्वारा किये गये कार्यों पर जांच बैठा दी है.

बता दें कि पूर्व में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को भेजे गए पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर बिष्ट की ओर से कहा गया है कि जहां जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी ने 2012-13 के कार्यकाल में नंदा देवी राजजात के कार्यों में , निविदाओं के आवंटन में अनियमितता के आरोप साबित हो चुके हैं।

वहीं अब जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष पर भी मनमानी और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, लेकिन सरकार की ओर से फिलहाल अध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिससे भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य नाराज हैं।

ऐसे में जिलाध्यक्ष ने कहा कि कार्रवाई नहीं होने से नाराज सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इस मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष की वित्तीय शक्तियों को जब्त करते हुए मुख्यमंत्री से उन्हें पद से हटाने की मांग की है.