देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव-2022 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं. ऐसे में राज्य की दोनों प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही तैयारियों में जुटी हैं. दोनों पार्टियां जीत का दावा कर रही हैं। वहीं, आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में पार्टी नेताओं के दौरे को लेकर दोनों पार्टियां एक दूसरे पर हमले कर रही हैं.

भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं का उत्तराखंड दौरा जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद गृह मंत्री अमित शाह 16 और 17 अक्टूबर को उत्तराखंड आ रहे हैं. दूसरी ओर कांग्रेस खेमे में कोई हलचल नहीं है।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे को पार्टी के लिए ऑक्सीजन माना जा रहा है. लेकिन कांग्रेसी नेताओं को ऑक्सीजन देने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं का दौरा अभी तक तय नहीं हो पाया है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रही है. यही कारण है कि भाजपा संगठन ने न केवल बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया है, बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं ने भी उत्तराखंड की यात्रा शुरू कर दी है.

पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दौरे के बाद उत्तराखंड आए थे। सभी कैबिनेट मंत्रियों का उत्तराखंड दौरा प्रस्तावित है। इसी क्रम में गृह मंत्री अमित शाह 16 और 17 अक्टूबर को उत्तराखंड आ रहे हैं। हालांकि गृह मंत्री अमित शाह का यह दौरा भी काफी अहम माना जा रहा है. भाजपा संगठन के राष्ट्रीय नेताओं के दौरे पर एक तरफ भाजपा नेता काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस बीजेपी सरकार पर तंज कसने से भी नहीं कतरा रही है.

कांग्रेस के प्रदेश महासचिव मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते उत्तराखंड में केंद्रीय मंत्रियों के दौरे का आयोजन किया जा रहा है। अगर राज्य सरकार ने काम किया होता, या जनता के बीच अपनी प्रतिष्ठा बनाई होती, तो मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारने की कोई जरूरत नहीं होती। साथ ही कहा कि समय आने पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय और प्रांतीय नेता भी उत्तराखंड का दौरा करेंगे.

वहीं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पहले ही हार मान चुकी है. इतना ही नहीं कांग्रेस का कोई बड़ा नेता उत्तराखंड दौरे पर नहीं आ रहा है क्योंकि उन्हें पता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी हार होने वाली है. ऐसे में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता अपना सम्मान बचाने उत्तराखंड नहीं आ रहे हैं. साथ ही कहा कि प्रदेश कांग्रेस भी बिखरी हुई है और पार्टी में अंदरूनी कलह जारी है. कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।