.हल्द्वानी , PAHAAD NEWS TEAM

कांग्रेस 2022 के चुनाव प्रचार को लेकर पूरी तैयारियों में लगी हुई है. पार्टी केंद्रीय नेतृत्व के अलावा प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पहाड़ की पगडंडियों से लेकर शहरों तक लगातार कार्यक्रम आयोजित कर रही है. हालांकि स्टार प्रचारक के मामले में बीजेपी अभी भी आगे चल रही है. पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक उत्तराखंड आ चुके हैं. वहीं चुनाव के आखिरी मौके पर अपनों को मनाना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती होगी. क्योंकि, दिल्ली से भेजे गए पर्यवेक्षकों के सामने हर सीट पर दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है. 2017 के चुनाव में बागियों ने कालाढूंगी और लालकुआं सीटों पर पार्टी का खेल बिगाड़ दिया है. ऐसे में विरोधियों को हराने से पहले अपनों का एकजुट होना बेहद जरूरी है।

फिलहाल नौ नेताओं ने कालाढूंगी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा किया है। हल्द्वानी से पांच और लालकुआं से सात नेता टिकट की तलाश में हैं. वहीं, भीमताल सीट के लिए सिर्फ छह लोगों ने अपना दावा जताया है, जबकि नैनीताल के लिए तीन नाम सामने आए हैं. खास बात यह है कि अधिकांश दावेदार पार्टी के भीतर किसी न किसी गुट से संबंध रखते हैं। ऐसे में टिकट वितरण के दौरान खेमेबंदी भी खुलकर नजर आएगी । हालांकि प्रदेश नेतृत्व स्थानीय मुद्दों और एकजुटता के दम पर चुनावी जंग में जीत का दावा कर रहा है. लेकिन चुनाव लड़ने की महत्वाकांक्षा के साथ इन नेताओं को एकजुट करना अंतिम समय में सबसे बड़ी चुनौती होगी। नहीं तो कोई अपना ही खेल बिगाड़ देगा।

केवल हरदा स्टार प्रचारक

उत्तराखंड में 70 सीटें होने को लेकर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व काफी गंभीर है। यही कारण है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक के पदाधिकारियों को जीत का मंत्र सिखाने में लगे हैं. पीएम के केदारनाथ दौरे से कार्यकर्ता उत्साहित हैं, वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने दून में एक बड़ी जनसभा की है. अगर कांग्रेस की बात करें तो एक स्टार प्रचारक के तौर पर पूरी कमान पूर्व सीएम हरीश रावत ने संभाली है.