देहरादून, पहाड़ न्यूज टीम

विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अशोक कुमार ने पर्यावरणविद् पद्म भूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी से चर्चा की. इस दौरान पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता का संदेश देने के लिए परिचर्चा का आयोजन किया गया. चर्चा में वरिष्ठ वैज्ञानिक ओपी मनोचा ने मॉडरेटर की भूमिका निभाई।

आपको बता दें कि डॉ. अनिल जोशी को पर्यावरण और हिमालय संरक्षण की दिशा में किए गए उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए पद्म श्री और पद्म भूषण मिल चुका है। चर्चा में अनिल जोशी ने कहा कि मानव जीवन के लिए यह बेहद कठिन समय है. यदि हम अभी भी पर्यावरण का ध्यान नहीं रखेंगे तो विनाश निश्चित है। इसलिए पर्यावरण की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ओनली वन अर्थ की तर्ज पर इसकी रक्षा के लिए हम सभी को एक साथ आने की जरूरत है।

जोशी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने, जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने सुझाव दिए और जीडीपी के बजाय जीईपी (सकल पर्यावरण उत्पाद) पर जोर देने को कहा है. वहीं, चर्चा के दौरान डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस पर्यावरण संरक्षण के लिए गंभीर और प्रयासरत है. पिछले साल हमने राज्य भर में एक लाख से अधिक पौधे लगाए थे।

डीजीपी ने कहा कि ऑपरेशन मर्यादा के तहत पर्यटन स्थलों पर कूड़ा डालकर सफाई खराब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. समय-समय पर विभिन्न स्थानों पर पुलिस कर्मियों द्वारा स्वच्छता अभियान भी चलाया जाता है। वायु और ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ हमारी कार्रवाई भी जारी है। मॉडिफाइड साइलेंसरों से ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

उन्होंने कहा कि यातायात सुचारू हो और जाम की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. ताकि वायु प्रदूषण को कम किया जा सके। गाँव में मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन है, जबकि वह संतुलन शहरों में नहीं देखा जाता है। यहां प्रकृति कंक्रीट के बीच कहीं खो गई है।