देहरादून, पहाड़ न्यूज टीम

शिक्षा विभाग में शिक्षकों का वार्षिक तबादला पूरी पारदर्शिता के साथ होगा. इसके लिए शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। धन सिंह रावत ने कहा कि लंबे समय से दुर्गम एवं पर्वतीय क्षेत्रों में पदस्थापित शिक्षकों को सुगम्य विद्यालयों में तथा मैदानी क्षेत्रों में बसे शिक्षकों को दुर्गम क्षेत्रों के विद्यालयों में भेजा जायेगा. डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान), अटल आदर्श विद्यालय और नवोदय विद्यालयों के लिए शिक्षा विभाग में अलग-अलग नियम बनाए जाएंगे। विभाग में पात्र कार्मिकों एवं अधिकारियों की पदोन्नति की प्रक्रिया में तेजी लाई जायेगी।

शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने शिक्षा निदेशालय में विभाग की समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने पूरी पारदर्शिता के साथ शिक्षकों का तबादला करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों के विद्यालयों में वर्षों से सेवा कर रहे शिक्षकों को मैदानी क्षेत्रों में तथा सुगम की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षकों को तैनात किया जायेगा. इन्हें पहाड़ी इलाकों के स्कूलों में भेजा जाएगा। रावत ने विभागीय अधिकारियों से दो टूक कहा कि तबादले में कोई सिफारिश काम नहीं आएगी। उन्होंने अधिकारियों को शिक्षा विभाग में पात्र कर्मियों और अधिकारियों की पदोन्नति की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए.

बैठक में विभागीय अधिकारियों की ओर से नई शिक्षा नीति लागू करने की तैयारियों को लेकर प्रेजेंटेशन दिया गया. जिसमें अधिकारियों को बताया गया कि प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों से संचालित 4457 आंगनबाडी केंद्रों में बाल वाटिका के नाम से कक्षाएं शुरू करने की तैयारी कर ली गयी है. जिसके तहत बाल वाटिका शिक्षक पुस्तिका एवं बाल वाटिका अभ्यास पुस्तक के प्रकाशन का कार्य प्रगति पर है। वहीं, नई शिक्षा नीति के तहत स्कूल के पूर्व छात्रों, सेवानिवृत्त शिक्षकों, वैज्ञानिकों, स्वयंसेवकों और विषय विशेषज्ञों का एक डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।