देहरादून, पहाड़ न्यूज टीम

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (चारधाम यात्रा 2022) जोरों पर है. चारों धामों में तीर्थयात्री जुट रहे हैं। इस बीच चारधाम यात्रा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका साफ कहना है कि हरिद्वार और ऋषिकेश में चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को रोकने का कोई औचित्य नहीं है। ऐसे में जो व्यक्ति यात्रा के लिए अपने घर से निकला है तो उसे यात्रा पर जाने से नहीं रोका जाना चाहिए।

पूर्व सीएम और सांसद तीरथ सिंह रावत का कहना है कि इससे पहले भी चारधाम यात्रा में श्रद्धालु आते थे, पहले के जमाने में ऐसा लगता था कि वे बद्रीनाथ और केदारनाथ से लौटेंगे या नहीं. ऐसे में आज सोनप्रयाग और गौरीकुंड पहुंचे तीर्थयात्री को हम कैसे लौटा सकते हैं. चारधाम यात्रा में देश भर से तीर्थयात्री आते हैं, इसलिए उनकी आत्मा को देखते हुए उन्हें दर्शन के लिए रोकना उचित नहीं है।

तीरथ रावत कहते हैं कि जो कुछ भी होना है वह भगवान के हाथ में है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह चेकिंग के नाम पर श्रद्धालुओं को एक-एक हफ्ते के लिए रोकना कदापि ठीक नहीं है। चारधाम आया हुआ भक्त जहां चाहे वहां ठहर सकता है। उन्होंने सचिव और जिलाधिकारियों को यह भी सुझाव दिया कि तीर्थयात्रियों को रोकने की बजाय उन्हें आगे जाने दिया जाए. हरिद्वार और ऋषिकेश में यात्रियों को एक हफ्ते तक रोकने का कोई औचित्य नहीं है। उनके द्वारा दिए गए सुझावों के बाद यात्रा आगे बढ़ने लगी है।