हरिद्वार, PAHAAD NEWS TEAM
हरिद्वार निवासी समाजसेवी शरत शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पलायन, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर बहस की चुनौती को स्वीकार कर लिया है. समाजसेवी शरत शर्मा ने आज मीडिया से बातचीत में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी पूरी सरकार और तामझाम को साथ लेकर किसी भी मंच पर आ जाएं और मुझे बुला लें. मैं अकेला ही आ जाऊंगा।उन्होंने हरिद्वार प्रेस क्लब को और सोशल मीडिया पर अपना ब्यान जारी करते हुए आगे कहा की माननीय मुख्यमंत्री जी की पार्टी देश की सबसे पुरानी पार्टी है। और वो भाजपा एवं आम आदमी पार्टी के नेताओं और घोषणाओं को जुमलेबाजी और प्रदेश की जनता की भावना के साथ ठगी बताते आ रहे है। शरत शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के द्वारा अपने घोषणापत्र के लिए मांगे जा रहे सुझावों के लिए अपना सुझाव देते हुए कहा की “हरीश रावत जी को 2022 के चुनावों को लिए कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र को अपनी पार्टी और जनता के मध्य एक वैधानिक अनुबंध के रूप में स्वीकार करना चाहिए”। शर्मा ने कहा की उत्तराखंड प्रदेश की जनता और उनकी भावना को झूठे जुमलों और असंवैधानिक लालच देने वाली घोषणाओं से बचाने का वक्त आ गया है। हरीश रावत जी को अपनी पार्टी के घोषणापत्र को प्रदेश की जनता और कांग्रेस पार्टी के बीच में एक वैधानिक अनुबंध घोषित कर देना चाहिए। इसके अतिरिक्त पलायन, बेरोजगारी एवं महंगाई के ऊपर उनके बहस के निमत्रण को स्वीकार करते हुए उनसे समय और स्थान निर्धारित करने का अनुरोध किया।
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