मसूरी , PAHAAD NEWS TEAM

आवास की मांग को लेकर शिफन कोर्ट के निवासी निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे, जिसके तहत 19 नवंबर को शिफन कोर्ट के सभी लोग नगर पालिका परिसर में अनशन और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे. कई नागरिक संगठनों और नगर पार्षदों ने भी शिफेनकोर्ट के निवासियों के समर्थन में आंदोलन में शामिल होने की घोषणा की है।

आपको बता दें, शिफनकोट बेघर कमजोर मजदूर वर्ग और अनुसूचित जाति संघर्ष समिति की बैठक समिति अध्यक्ष संजय टम्टा की अध्यक्षता में मसूरी, लंढौर स्थित एक होटल में हुई थी . इस मौके पर पालिका परिषद प्रताप पंवार ने कहा कि शिफॉन कोर्ट की जनता को ठगा जा रहा है. मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि विधायक को व्यवस्था करनी है और विधायक का कहना है कि नगर पालिका अध्यक्ष व्यवस्था करेंगे.

उन्होंने कहा कि डेढ़ साल से शिफन कोर्ट के निवासियों को भारी आर्थिक, सामाजिक और शारीरिक शोषण और अपमान का सामना करना पड़ रहा है. सदस्य गीता कुमाई ने कहा कि बहुत हो गया, अब निर्णायक आंदोलन करना होगा। उन्होंने कहा कि सदस्य होने के बावजूद एक आंदोलनकारी के रूप में वह शुरू से शिफनकोट जन आंदोलन के साथ हैं और 19 से भूख हड़ताल और धरने पर बैठेंगे.

बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि दो और तीन दिन के भीतर मसूरी नगर परिषद और नगरीय निदेशालय शिफनकोर्ट के निवासियों को शिफनकोर्ट में उसी पुराने स्थान पर बसाने या 50-50 गज भूमि आवंटित करने का कार्य नहीं करते हैं, तो सभी 19 नवंबर से नागरिक व संगठन अपने साथ लेकर नगर पालिका परिसर में अनिश्चितकालीन अनशन और धरना शुरू करेंगे.

समिति के अध्यक्ष संजय टम्टा और महासचिव राजेंद्र सेमवाल ने बताया कि सवा साल में एक भी परिवार नहीं बसा. अब आवास के लिए निर्णायक लड़ाई होगी, जब तक आवास उपलब्ध नहीं होगा। तब तक धरना और अनशन खत्म नहीं होगा।