रुद्रप्रयाग , पहाड़ न्यूज टीम

जिले में सिंचाई, जल संस्थान व अन्य विभागों द्वारा जल संरक्षण का कार्य किया जा रहा है, जो भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इसका लाभ आने वाली पीढ़ी को मिलेगा। जिले में जल संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयास देश-दुनिया में बढ़ते जल संकट के दौर में दुनिया के लिए आईना का काम करेंगे। यह बात जल शक्ति, महिला एवं बाल विकास की सह सचिव पल्लवी अग्रवाल ने केदारघाटी के विभिन्न गांवों का पैदल निरीक्षण के दौरान कही.

केंद्र सरकार की जल शक्ति मिशन टीम के साथ जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार सहित अन्य अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने जिले में जल संरक्षण के लिए तैयार किए जा रहे चाल-खालों का पैदल निरीक्षण किया. टीम ने फेगू, देवली-भणिग्राम, अरखुंड, गुप्तकाशी एवं हुड्डू में ग्रामीणों द्वारा तैयार की जा रही चाल और खाल का अध्ययन किया। जल शक्ति, महिला एवं बाल विकास की सह सचिव पल्लवी अग्रवाल ने भी दौरे के दौरान ग्रामीणों से उनकी कार्यशैली और प्रेरणा के बारे में चर्चा की।

उन्होंने जल संरक्षण के लिए ग्रामीणों और जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्रयास अन्य जिलों और राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं. दौरे के दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मुख्य विकास अधिकारी को जल संरक्षण के लिए चाल-खालों की संख्या बढ़ाने और स्थानीय लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने कहा कि चाल-खालों के संरक्षण एवं निर्माण के माध्यम से स्थानीय लोगों को सीधे जोड़कर रोजगार के साधन भी सृजित किए जा सकते हैं. मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने जल शक्ति अभियान की टीम को चाल-खालों के महत्व और आने वाले भविष्य में उनकी संभावनाओं से अवगत कराया।