कालाढूंगी , पहाड़ न्यूज टीम

ग्रामीणों को कोटाबाग में बोर नदी पर झूला पुल बनने से काफी राहत मिल रही है. पुल का तोहफा मिलने के बाद कई गांवों के लोगों को आवाजाही में आसानी हुई है. साथ ही अब ग्रामीणों को 7 किमी की अतिरिक्त दूरी नापने की जरूरत नहीं है। वहीं यह झूला पुल भी इन दिनों पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है।

दरअसल, विकासखंड कोटाबाग के नया पांडे गांव, थपलिया गांजा, जलाल गांव, बजूनियाहल्दू, मूसाबंगर, पतिलया, स्यात, हरिपुर कलियाजाला आदि गांवों तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को करीब 7 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा. लंबे संघर्ष के बाद बोर नदी पर झूला पुल का निर्माण किया गया। यहां झूला पुल बनने के बाद ग्रामीणों के लिए 7 किमी की दूरी अब मात्र एक किमी रह गई है। पुल के बनने से ग्रामीणों और खासकर छात्रों को काफी राहत मिली है.

पूर्व प्रधान उमेश तिवारी ने बताया कि बरसात के दिनों में ग्रामीण जान जोखिम में डालकर बोर नदी पार करते थे. इस दौरान कई हताहत भी हुए। कुछ लोग मवेशियों के साथ बह भी गए। जिसके बाद ग्रामीणों ने पुल निर्माण के लिए शासन प्रशासन से गुहार लगाई है. आखिरकार स्थानीय विधायक बंशीधर भगत ने पुल का निर्माण करवाया। इस पुल की लंबाई 54 मीटर है और इसे 280.00 लाख की लागत से तैयार किया गया है. वहीं अब ग्रामीणों ने पुल के दोनों ओर सड़क बनाने की मांग की है.