देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

दिल्ली से देहरादून का सफर अब बेहद आसान और तेज होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर की आधारशिला रखी। इस योजना के तहत, नया मार्ग दिल्ली से देहरादून को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के माध्यम से जोड़ेगा। इससे दोनों शहरों के बीच की दूरी और इस यात्रा को तय करने में लगने वाले समय दोनों में भारी कमी आएगी। इस सड़क से दोनों शहरों के बीच की दूरी 25 किमी कम होकर 210 किमी रह जाएगी और यह यात्रा महज ढाई घंटे में पूरी की जा सकेगी।

एशिया के सबसे बड़े वन्यजीव पथ को कवर करेगी यह सड़क

100 किमी/घंटा की रफ्तार से वाहन चलाने के लिए नया कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि यह सड़क एशिया के सबसे बड़े वन्यजीव मार्ग को कवर करेगी, जिसकी लंबाई करीब 12 किमी होगी। जंगली जानवरों को कोई खतरा नहीं है, इसीलिए देहरादून के पास स्थित डाटकाली मंदिर के पास 340 मीटर लंबी सुरंग बनाई जा रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए कि जंगली जानवर हादसों का शिकार न हों, गणेशपुर-देहरादून मार्ग पर अच्छी व्यवस्था की जा रही है. यह हाईवे 4 भागों में तैयार किया जाएगा।

टोल नाका नहीं होगा

इस कॉरिडोर में हर 25-30 किमी पर जरूरी सामान पहुंचाने की भी योजना है। कोई टोल नाका नहीं होगा और आपसे FASTag के माध्यम से पूरी यात्रा के लिए टोल शुल्क लिया जाएगा। इस हाईवे से निकलने के लिए हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बड़ौत में प्रमुख इंटरचेंज की व्यवस्था की जाएगी. इस मार्ग पर 500 मीटर के बाद बारिश के पानी की हार्वेस्टिंग की जाएगी और यहां 400 से अधिक वाटर रिचार्ज पॉइंट भी बनाए जाएंगे. बता दें कि इस कॉरिडोर को बनाने में 8,300 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।