देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक के निर्णय के अनुसार, ‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। ‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ के लागू होने पर खेल मंत्री अरविंद पाण्डेय ने खिलाड़ियों, कोचों, खेल प्रेमियों को बधाई और शुभकामनाएं दी. उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि राज्य में खेल संस्कृति के विकास के लिए खेल नीति उत्कृष्ट और प्रभावी साबित होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंगलवार शाम हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया. खेल नीति के तहत खिलाडिय़ों के पोषण से लेकर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने जैसे विषयों पर प्रावधान किए गए हैं।

खेल नीति का उद्देश्य क्या है?

आज देश में जिस तरह से खेलों के प्रति युवाओं की दिलचस्पी बढ़ी है और जिस तरह से खेल के क्षेत्र में कई संभावनाएं बनी हैं, उसी तरह उत्तराखंड में भी खेल नीति की जरूरत महसूस की गई। चूंकि उत्तराखंड के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल रहे हैं, इसलिए राज्य में युवाओं के लिए खेल नीति-2021 बनाई गई है। इसके तहत इलेक्ट्रॉनिक संस्कृति से प्रभावित बच्चों और युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करने और खेल के मैदान की संस्कृति की ओर बढ़ने का लक्ष्य रखा गया है।

खिलाड़ियों को अब मिलेगा रोजगार

‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ में खेलकूद, खिलाडिय़ों का उन्नयन, खेल प्रतिभाओं को तलाशना, विकसित करना और विकसित करना, खेलकूद में रुचि बढ़ाना, खिलाडिय़ों की योजना बनाना, सामान्य आहार के साथ अतिरिक्त पोषक आहार की व्यवस्था, खिलाडिय़ों को रोजगार देना। अवसर एवं संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है। युवाओं में राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है।

खेल मंत्री ने ‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ की मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री धामी के साथ-साथ कैबिनेट का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “उत्तराखंड निश्चित रूप से भविष्य में एक खेल राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाएगा।” प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। वहीं इस फैसले के बाद खिलाड़ियों में भी खुशी की लहर देखने को मिल रही है. उल्लेखनीय है कि बोधिसत्व कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई खेल नीति लाने की घोषणा की थी.