मसूरी, PAHAAD NEWS TEAM

मसूरी कोतवाली पुलिस ने जाली दस्तावेजों के आधार पर मसूरी के लाइब्रेरी क्षेत्र में 152 साल पुराने क्राइस्ट चर्च की संपत्ति का एक हिस्सा बेचने और खरीदने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इंडियन चर्च ट्रस्टी (चर्च ऑफ इंडिया) के महासचिव केनेथ साइमन ने 2 सितंबर को कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि मसूरी के लाइब्रेरी क्षेत्र स्थित क्राइस्ट चर्च की देखभाल व प्रबंधन लखनऊ डाइसिस ट्रस्ट एसोसिएशन करती आ रही है ।

वर्ष 2008 में कुछ लोगों ने रिस्पना कॉलोनी, देहरादून निवासी एजाज अहमद उर्फ एयाज अहमद के पक्ष में फर्जी मुख्तारनामा तैयार कर दावा किया कि रेवरन एचएच फिलिप नाम का व्यक्ति लखनऊ डाइसिस ट्रस्ट एसोसिएशन का अध्यक्ष है।

केनेथ साइमन ने बताया कि लखनऊ डाइसिस में एचएच फिलिप नाम का कभी भी कोई चेयरमैन नहीं रहा । उन्होंने बताया एजाज अहमद से आशीष जैन, संजय कुमार गोयल व नीरज कुमार ने अपने पक्ष में एक कूट रचित विक्रय पत्र तैयार करवाया , जिसके आधार पर उन्होंने क्राइस्ट चर्च की संपत्ति के एक हिस्से पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय ईसाई समाज के विरोध के कारण वह कब्जा करने में सफल नहीं हो सका। केनेथ साइमन ने मामले की जांच कराकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं, मसूरी कोतवाल गिरीश चंद्र शर्मा के मुताबिक एजाज अहमद, आशीष जैन, संजय कुमार गोयल व नीरज कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

चर्च 1839 . में बनाया गया था

क्राइस्ट चर्च के निर्माण की आधारशिला 14 मई 1836 को रखी गई थी और यह 1839 में बनकर तैयार हुई थी। जब वेल्स की राजकुमारी क्वीन मैरी 1906 में मसूरी आईं थीं , तो उन्होंने चर्च परिसर में एक देवदार का पौधा लगाया था , जो आज भी एक विशाल वृक्ष के रूप में मौजूद है।