रुद्रप्रयाग/देहरादून , पहाड़ न्यूज़ टीम

उत्तराखंड में तीन मई से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. इस दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक श्रद्धालु अपने कुत्ते को लेकर केदारनाथ धाम पहुंचा।

मंदिर के बाहर भक्त ने पहले अपने पालतू कुत्ते के पंजे से भगवान नंदी को छुआ और फिर खुद जूते पहनकर भगवान नंदी को छुआ। वीडियो वायरल होने के बाद बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

वहीं रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल का कहना है कि पुलिस द्वारा केदारनाथ मंदिर में एक व्यक्ति द्वारा मंदिर परिसर में कुत्ते को टहलाने और कुत्ते के पंजे से भगवान नंदी की मूर्ति को छूने की घटना के संबंध में जांच जारी है . जांच पूरी होने के बाद आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो आग की तरह फैल रहा है। इस वीडियो में एक शख्स अपने पालतू कुत्ते को गोद में लेकर केदारनाथ दर्शन के लिए ले गया. वायरल हो रहे इस वीडियो में एक श्रद्धालु अपने कुत्ते को लेकर केदारनाथ धाम पहुंचा. मंदिर के बाहर भक्त ने पहले अपने पालतू कुत्ते के पंजे से भगवान नंदी को छुआ और फिर खुद जूते पहनकर भगवान नंदी को छुआ।

इधर, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना है कि केदारनाथ में जो कुछ हुआ, वह ठीक नहीं है। देश-विदेश से श्रद्धालु आस्था व श्रद्धा के साथ धाम पहुंच रहे हैं। ऐसे में किसी यात्री द्वारा नंदी की मूर्ति को अपने कुत्ते के पैर से छूना धार्मिक भावनाओं का अपमान है. कार्यकारी अधिकारी आरसी तिवारी ने श्रद्धालुओं से अपने पालतू जानवरों के साथ मंदिर न आने की अपील की है.

वीडियो के सोशल मीडिया में वायरल होते ही लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और इस शख्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वीडियो में एक साइबेरियन हस्की ब्रीड के कुत्ते को उसका मालिक केदारनाथ धाम में दर्शन करवा रहा है और कुत्ते को केदारनाथ धाम में मौजूद नंदी पर अपना सिर टिकवा रहा है। वहीं पंडित कुत्ते का तिलक भी कर रहे हैं।