देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक से मौत पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने संज्ञान लिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार देर शाम तक चारधाम में हुई 21 मौतों का ब्योरा मांगा है.

स्वास्थ्य विभाग ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा जवाब

देर शाम स्वास्थ्य विभाग ने इसका जवाब प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दिया। इसमें मृत्यु के कारणों के साथ-साथ यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं का विवरण शामिल है। यह भी बताया गया कि चारधाम आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य परामर्श जारी किया गया है।

सात दिनों में 21 लोगों की मौत

इस समय प्रदेश में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है, जिसमें हर आयु वर्ग के लोग शामिल हैं. यात्रा के पहले सात दिनों में ही 21 लोगों की मौत हो चुकी है।

गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जा रहे यात्रियों की 14 की मौत

बताया जा रहा है कि इन सभी की मौत हार्ट अटैक से हुई है। इनमें से 14 मौतें गंगोत्री और यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं की हुई हैं। इससे यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।

पीएमओ ने दिए तुरंत रिपोर्ट देने के निर्देश

वहीं, मंगलवार को मरने वालों की बढ़ती संख्या पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर तत्काल रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. सचिव स्वास्थ्य राधिका झा ने रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दी है।

मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी बताया जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने यात्रियों की मौत का कारण यात्रा मार्ग में ऑक्सीजन की कमी को बताया है। साथ ही यात्रा मार्ग पर सरकार की ओर से दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की भी जानकारी दी गई है.

पहली मेडिकल रिस्पांस टीम का गठन किया गया है

बताया गया है कि यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर एडवांस रिस्पांस टीम सहित फर्स्ट मेडिकल रिस्पांस टीम का गठन किया गया है और उत्तरकाशी में कार्डियक एम्बुलेंस भी तैनात की गई है.