देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में 14 फरवरी को चुनाव होना हैं. ऐसे में संबंधित विभाग अपने स्तर से चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. इसलिए आरटीओ विभाग विधानसभा चुनाव ड्यूटी में इस्तेमाल होने वाले वाहनों के अधिग्रहण करने में जुट गया है. विभाग अब तक 200 से अधिक वाहनों का अधिग्रहण कर चुका है। वहीं इस बार चुनाव ड्यूटी में इस्तेमाल होने वाले वाहनों का किराया भी बढ़ सकता है. परिवहन संघ के अनुरोध पर आरटीओ देहरादून ने किराया बढ़ाने की अनुशंसा चुनाव आयोग को भेजी है. परिवहन संघों ने विभाग से गाड़ियों का किराया बढ़ाने की मांग की है.

बता दें कि चुनाव के लिए परिवहन विभाग वाहनों का अधिग्रहण करता है। ऐसे में राज्य भर में टैक्सी, मैक्सी, कैब, बस, सिटी बस और ट्रकों को भाड़े पर लिया जाता हैं, लेकिन चुनाव में वाहनों का किराया बहुत कम होता है, इसलिए वाहन मालिक भी अपने वाहनों को चुनाव ड्यूटी में देने से बच रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, मैक्सी कैब संचालकों को फिलहाल ₹665 प्रतिदिन का किराया मिलता है, जिसे वाहन मालिक बढ़ाकर ₹1174 करने की मांग कर रहा है। साथ ही बसों का किराया ₹1400 प्रतिदिन है, जिसे बस मालिक ₹3000 प्रतिदिन करने की मांग कर रहे है। इसी तरह टैक्सी चालकों ने भी किराया बढ़ाने की मांग की है।

आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने बताया कि आरटीओ कार्यालय द्वारा निर्वाचन कार्यालय एवं जिलाधिकारी कार्यालय के समन्वय बनाते हुए वाहन किराये पर लिये जा रहे हैं. तीन जगहों देहरादून, ऋषिकेश और विकासनगर से गाड़िया ली जा रही हैं। अब तक पूरे जिले में 200 से अधिक वाहनों का अधिग्रहण किया जा चुका है। हमारी यूनियन से भी बातचीत चल रही है और यूनियन की ओर से हमें पूरा सहयोग दिया जा रहा है. आने वाले दिनों में जितनी जरूरत होगी उतने वाहनों की व्यवस्था की जाएगी।