देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

इस साल की शुरुआत में देश के पांच राज्यों में हुए चार विधानसभा चुनावों में बड़ी सफलता मिलने और सरकार बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब अगले चुनाव की तैयारी कर रही है. आगामी विधानसभा चुनावों के साथ-साथ लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों पर ध्यान दें भाजपा ने विभिन्न राज्यों में संगठनात्मक परिवर्तनों को प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर रखा है।

उत्तराखंड में भी इसको लेकर हलचल तेज हो गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अगले 24 घंटों में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बीजेपी आलाकमान बड़ा फैसला ले सकता है. दरअसल, उत्तराखंड कांग्रेस में हुए बदलाव के बीच अब बीजेपी में भी बदलाव की सुगबुगाहट देखने को मिली है. बीजेपी आलाकमान ने 23 सीटों पर हार पर भी अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है. जिसके बाद बदलाव के संकेत मिल रहे हैं।

चुनाव के बाद से बीजेपी के भीतर एक गुट लगातार मदन कौशिक पर उनके खिलाफ दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. बीजेपी चुनाव में 6 से ज्यादा विधायकों ने आपस में भितरघात का आरोप लगाया था. जिन्होंने सीधे तौर पर संगठन पर आरोप लगाया है. पार्टी ने ऐसी 23 सीटों पर समीक्षा भी कराई है। जहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. भितरघात की सबसे ज्यादा शिकायतें इन्हीं सीटों पर आईं।

जिसके बाद संगठन पर सवाल उठाए गए। इसमें सबसे गंभीर माने जाने वाले प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को भी आरोपित किया गया है। ऐसे में मदन कौशिक की कुर्सी भी खतरे में मानी जा रही है. चुनाव नतीजों में भी मदन कौशिक ने अपनी सीट तो बचा ली, लेकिन हरिद्वार जिले में बीजेपी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. इस वजह से मदन कौशिक का नाम कैबिनेट की सूची से हटा दिया गया और अब उनकी अध्यक्ष की कुर्सी भी खतरे में है.