सैनिक कल्याण संबंधी योजनाओं की प्रगति जांची, कहा पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए और क्या कर सकते हैं बताए।

देहरादून, 02 जून , पहाड़ न्यूज टीम

चम्पावत उप चुनाव तैयारियों से लौटे सूबे के सैनिक कल्याण मंत्री, गणेश जोशी आते ही पुनः फार्म में आ चुके हैं। अपने अधीन समस्त विभागों की कार्य प्रगति की बारी – बारी से समीक्षा कर रहे कैबिनेट मंत्री द्वारा आज सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सैन्यधाम के निमार्ण की प्रगति तथा राज्य के समस्त 36 सैनिक विश्राम गृहों के जीर्णोधार/पुर्ननिमार्ण सहित विभाग की अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की तथा तद्संबंधित दिशा-निर्देश जारी किए।

सैनिक कल्याण मंत्री ने सैन्यधाम निमार्ण संबंधी कार्यदायी संस्था पेयजल निर्माण निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया किया कि आगामी 15 दिनों के भीतर सैन्यधाम के मुख्य ढ़ाचे की बुनियाद की फाईनल ड्राईंग प्रस्तुत करें। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि अम्बाला, जलंधर और दिल्ली के शहीद स्मारकों का अध्ययन कर लौटी टीम के सुझावों को इसमें सम्मिलित किया जाए। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने अवगत कराया कि सैन्यधाम के मुख्य प्रवेश द्वार का प्राक्लन तैयार कर लिया गया है। जिसकी लागत 306 लाख आंकलित की गई है। इस पर कैबिनेट मंत्री ने बैठक के दौरान ही हंस फाउण्डेशन की संस्थापिका पूजनीय माता मंगला जी से इस संबंध में दूरभाष पर वार्ता की। हंस फाउण्डेशन द्वारा मुख्यद्वार के निमार्ण में सहयोग की प्रतिबद्धता को दोहराया है।

सैनिक कल्याण मंत्री द्वारा निर्देषित किया गया कि सैन्यधाम में सभी शहीदों के चित्र लगाने की व्यवस्था, थिएटर, शहीदों के परिजनां तथा अन्य पर्यटकों हेतु लाईट एण्ड साउण्ड शो स्थलों को निर्धारण, जिनमें विभिन्न युद्धों की गाथाऐं स्क्रिप्ट की जाएं। उन्होंने कहा कि सैन्यधाम निर्माण हेतु धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। बस इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि जिस भावना से शहीद सम्मान यात्रा के दौरान राज्य की जनता ने सैन्यधाम के निर्माण का स्वागत किया है वह भावना यहां परिलक्षित होती हो।

सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए मंत्री ने कहा कि जैसा कि पहले भी कहा गया है, टनकपुर और पिथौरागढ़ में आलीशान सैनिक विश्राम गृहों का निर्माण किया जाना है। इसी प्रकार रेल हैड के नगरां जैसे कि ऋषिकेश में आलीशान और बढ़िया सैनिक विश्राम गृह का निर्माण किया जाए। ताकि हमारे सैनिकों को बढ़िया स्टे मिल सके।

मंत्री ने सचिव सैनिक कल्याण को कहा कि हल्द्वानी में प्रस्तावित वॉर विडोज व्यॉइज एण्ड गर्ल्स हॉस्टल के निमार्ण तथा बिन्दुखत्ता में शहीद स्थल के निर्माण हेतु स्थलीय निरीक्षण स्वयं जा कर करें। साथ ही यह भी निर्देशित किया कि पूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए सीडीएस तथा एनडीए जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु दिए जाने वाली सहयोग राशि को लाभार्थियों तक जल्दी से पहुंचाने के लिए शिक्षा विभाग से समन्वय करने हेतु किसी अधिकारी को कॉर्डिनेटर के तौर पर नियुक्त किया जाए।

इस दौरान सचिव सैनिक कल्याण, दीपेन्द्र चौधरी, निदेशक कर्नल बीएस रावत सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।