देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

2022 के विधानसभा चुनावों के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवारों का चयन करने का कांग्रेस का दावा धरा का धरा रह गया। राज्य की कई अहम सीटों पर अब पूर्व सीएम हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह कैंप आमने-सामने हैं. 13 और 14 जनवरी को दो दिन की घंटों बैठक के बाद भी स्थिति यह है कि तीसरे दिन भी नतीजा नहीं निकल सका. दिल्ली में मौजूद सूत्रों के मुताबिक जहां पूर्व सीएम हरीश रावत खेमे ने कुछ सीटों पर नए नाम सामने रखे हैं जो पहले से तय मानी जा रही हैं.

वहीं कुछ सीटों पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह कैंप भी अंगद की तरह अपनी पसंद के नाम पर खड़ा हो गया है. सूत्रों ने बताया कि जहां पहले 13 सीटों पर विवाद सामने आ रहा था। अब इन सीटों की संख्या और भी बढ़ गई है। तीसरे दिन शनिवार को दोपहर एक बजे से दिल्ली के रकाबगंज स्थित वाररूम में दोपहर एक बजे से देर रात तक कांग्रेस के तमाम शीर्ष नेता मंथन करते रहे . सूत्रों के मुताबिक अब तक तय मानी जा रही सीटों पर रावत और प्रीतम खेमे से नए और दिलचस्प नाम सामने आए हैं।

उम्मीदवार चयन में देरी से नाराज राहुल

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी उम्मीदवारों के चयन में हो रही देरी से खुश नहीं हैं. दिल्ली के सूत्रों के मुताबिक सीईसी की बैठक में राहुल ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राज्य के नेता जल्द से जल्द आपसी सहमति बना लें. इसके बावजूद अगर किसी सीट पर एक से ज्यादा दावेदार हैं तो उनकी पूरी रिपोर्ट आलाकमान को दें. सूत्रों के मुताबिक एक से ज्यादा नाम वाली सीटों पर आलाकमान अंतिम फैसला लेगा।