देहरादून , पहाड़ न्यूज टीम

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने रेसकोर्स स्थित ट्रांजिट हॉस्टल में आयोजित काव्य महाकुंभ का औपचारिक उद्घाटन किया . इस अवसर पर महामंडलेश्वर, ऋषिकेश, परमानन्द जी महाराज एवं सूर्य चन्द्र सिंह चौहान भी उपस्थित थे। इस अवसर पर कविता संग्रह, ‘‘नया प्रेम गीत’’ सहित कई पुस्तकों का भी विमोचन किया गया।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने कहा कि, मैं बचपन से सुनता आया हूं कि ”किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं” लेकिन जेल में यह अहसास मुझे अपने सबसे करीब लगा. जब मुझे कांग्रेस सरकार ने मेरे खिलाफ एक राजनीतिक साजिश के लिए जेल में डाला था, तो जेल के बाहर मेरे समर्थकों और जेल के अंदर की किताबों ने ही मेरा समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि साहित्यकारों के लिए एक कहावत है कि “जहाँ रवि नहीं पहुँचे वहाँ कवि पहुँचे”। यानी जहां सूरज की किरणें भी नहीं पहुंचती, वहां भी लेखक की कल्पना और आंखें पहुंच जाती हैं। किसी भी समाज के स्वस्थ विकास के लिए बुद्धिजीवियों/साहित्यकारों/कलाकारों और विचारकों की उपस्थिति अनिवार्य शर्त है। मैं भी आज इस आयोजन में आकर अत्यंत धन्य महसूस कर रहा हूं क्योंकि मुझे आप जैसे महान व्यक्तियों और विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिला है। इस कार्यक्रम के सह संयोजक सूर्यचंद्र चौहान और अलंकार कवि भूदत शर्मा भी मेरे अच्छे मित्र हैं। मैं एक बार फिर “उत्तराखंड के जिया” के पदाधिकारियों को इस तरह के महाकाव्य कुंभ के आयोजन के लिए धन्यवाद और बधाई देता हूं।

इस अवसर पर देवबंद के कवि, गुलजार जिगर, भूदत शर्मा, जिया शर्मा एवं सूर्य चन्द्र सिंह चौहान सहित विभिन्न राज्यों के कवि उपस्थित थे।