देहरादून, पहाड़ न्यूज टीम

पटेलनगर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. कोतवाली पटेलनगर पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान सहसपुर के पास से दो वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के कब्जे से 8 किलो 300 ग्राम पैंगोलिन (सल्लू सांप) कवच (प्रतिबंधित) बरामद किया गया। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. बरामद पैंगोलिन (सल्लू सांप) के कवच की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लाखों रुपये में है। इसका उपयोग गंभीर बीमारियों की दवा बनाने में किया जाता है।

कोतवाली पटेलनगर पुलिस द्वारा प्रतिबंधित वन्य जीव तस्करों को गिरफ्तार करने, तस्करी और बिक्री करने वाले असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए टीम गठित की गयी है। इसी क्रम में चेकिंग के दौरान पुलिस टीम ने सहसपुर की तरफ से एक मोटरसाइकिल को आते देखा. मोटरसाइकिल पर दो लोग बैठे थे। चेकिंग होते देख इन लोगों ने मोटरसाइकिल को बैरियर के पीछे रोक लिया। वे पुलिस से बचकर भागने का प्रयास करने लगे।

शक होने पर पुलिस टीम व वन विभाग की टीम ने मोटरसाइकिल सवारों को दबोच लिया. पुलिस ने जब सूचना ली तो मोटरसाइकिल चलाने वाले ने अपना नाम मिर्जापुर जिला सहारनपुर निवासी सौरभ बताया. पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम मिर्जापुर जिला सहानपुर निवासी आशु भी बताया. पुलिस ने बैग की जांच की तो सल्लू के बैग में सांप का कवच था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

कोतवाली पटेलनगर प्रभारी रवींद्र यादव ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि दोनों ने शाकुम्भरी देवी के आसपास के जंगलों से सल्लू सांप को मारकर इकट्ठा किया था. इसकी पहचान वन विभाग की टीम ने की और बताया कि यह पैंगोलिन (सल्लू सांप) का कवच है, जो अनुसूची (1) में आता है। बरामद पैंगोलिन (सल्लू सांप) के कवच को तौलने के लिए मौके पर इलेक्ट्रॉनिक तराजू लाए गए। मौके पर संयुक्त टीम के सामने बरामद पैंगोलिन (सल्लू सांप) के कवच का वजन करने पर 08 किलो 300 ग्राम मिला। बरामद पैंगोलिन (सल्लू सांप) के कवच को ले जाने का लाइसेंस रखने के लिए कहा तो वह नहीं दिखा सका। बरामद प्रतिबंधित पैंगोलिन (सल्लू सांप) के कवच को बैग में रखकर मौके पर ही सील कर दिया गया। आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया था।