रुद्रप्रयाग , PAHAAD NEWS TEAM

केंद्र सरकार से घोषित मानदेय का भुगतान न करने समेत अन्य मांगों को लेकर संविदा श्रमिक संघ सम्बद्ध (सीटू) ) के कर्मचारियों ने रेलवे की कार्यदायी संस्था मेगा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के खिलाफ जारेदार प्रदर्शन किया. साथ ही जमकर नारेबाजी भी की. उनका कहना है कि जब तक मजदूरों के साथ न्याय नहीं होगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा. वहीं कंपनी के खिलाफ कर्मचारियों का आंदोलन चौथे दिन भी जारी रहा।

शुक्रवार को सुमेरपुर, नरकोटा और नगरासू में काम करने वाले मजदूर संगम स्थल पर जमा हो गए. जिसके बाद केंद्र सरकार द्वारा घोषित मानदेय नहीं मिलने समेत अन्य मांगों को लेकर कार्यकर्ताओं ने संगम स्थल से मुख्य बाजार होते हुए रुद्रा कॉम्पलैक्स तक जोरदार धरना प्रदर्शन किया. अखिल भारतीय किसान सभा और सीटू के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सरकार, प्रशासन, रेलवे और मेगा कंपनी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।

मजदूरों ने कंपनी पर एक साल से कर्मचारियों का शोषण करने का भी आरोप लगाया। इसके अलावा श्रम मंत्रालय द्वारा दी जाने वाली मजदूरों की सूची जारी करने और अकुशल, कुशल, अर्धकुशल एवं अति कुशल के आधार पर मजदूरी तय करने, रविवार को अवकाश घोषित करते हुए सभी प्रकार के भत्ते उपलब्ध कराना परियोजना में। मजदूरों के पहचान पत्र जारी करने की मांग उठाई।

इसके अलावा मजदूरों को कंपनी की दैनिक मजदूरी के समय को 8 घंटे तय करने , कंपनी में रिक्त पदों जैसे हेल्पर, ट्रेडमैन, पदों पर भर्तियां करने, नियुक्ति पत्र जारी करने, आवासीय भत्ता दिए जाने समेत ठेकेदारी प्रथा में लगे मजदूरें पर समान समझौता लागू करने की मांग शामिल है।

अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश महासचिव गंगाधर नौटियाल ने कहा कि मजदूरों के हक के लिए चल रहे इस संघर्ष को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा. इसके लिए सभी मजदूरों की लड़ाई में एकजुट हैं। उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि पिछले कई दिनों से कर्मचारी रेलवे में आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन कंपनी उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है. रोजगार के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। यूकेडी उनकी लड़ाई में कार्यकर्ताओं के साथ है।