देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर सरकार गंभीर हो गई है। सीएम तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को संकेत दिए है कि राज्य में कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए रात में कर्फ्यू लगाया जा सकता है। नाइट कर्फ्यू लगाने पर अंतिम फैसला शुक्रवार शाम को होने वाली कैबिनेट बैठक में लिया जाएगा। बता दें कि राज्य में कोरोना की गति में अचानक वृद्धि हुई है। अब तक, राज्य में कुल रोगियों की संख्या 1,05,498 हो गई है। जबकि मरने वालों की संख्या 1744 तक पहुंच गई है। देश के कुछ राज्यों ने कोरोना काबू करने को नाइट कर्फ्यू का प्रयोग लागू भी किया है। सीएम तीरथ का कहना है कि हर व्यक्ति को सुरक्षा देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पहलुओं का लगातार अध्ययन किया जा रहा है। जनहित में जो भी उचित होगा, सरकार वही निर्णय लेगी।

बता दें कि कोरोना के 787 नए मरीज गुरुवार को उत्तराखंड में मिले और तीन संक्रमित लोगों की मौत हो गई। इसके साथ, राज्य में कुल रोगियों की संख्या बढ़कर 105498 हो गई है। जबकि मरने वालों की संख्या 1744 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार को देहरादून में 239, हरिद्वार में 277, अल्मोड़ा में 16, बागेश्वर में छह, चमोली में दस, चंपावत में एक, नैनीताल में 132, पौड़ी में आठ, पिथौरागढ़ में छह, रुद्रप्रयाग में 12, 39 टिहरी में, 34 यूएस नगर में और 7 उत्तरकाशी में पाए गए हैं।

टीकाकरण रिकॉर्ड, एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों ने टीकाकरण किया

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ने के साथ, टीकाकरण कराने वालों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। गुरुवार को, टीकाकरण के पुराने सभी रिकार्ड ध्वस्त हो गए और एक लाख से अधिक लोगों को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को राज्य भर में 718 टीकाकरण बूथों पर कुल 107658 लोगों को टीके लगाए गए। 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद यह पहला मौका है जब राज्य में एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया गया है। इसके साथ ही राज्य में वैक्सीन की एकल डोज लगाने वालों की संख्या एक लाख 66 हजार को पार कर गई है। जबकि एक डोज लगाने वालों की संख्या 10 लाख को पार कर गई है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह मार्तोलिया ने बताया कि टीकाकरण की गति बढ़ाई जा रही है ताकि कम से कम समय में राज्य की अधिक से अधिक आबादी को कवर किया जा सके।