देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड में ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली महिलाओं को रक्षाबंधन के मौके पर राज्य सरकार बड़ा तोहफा दे सकती है. पर्यटन और स्वास्थ्य क्षेत्र के बाद अब प्रदेश भर में ग्रामीण विकास विभाग के तहत कार्यरत 33 हजार से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को आर्थिक राहत पैकेज देने की तैयारी की जा रही है. इसके तहत प्रत्येक महिला समूह को पांच से 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा सकती है। ग्रामीण विकास मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में जल्द प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

कोरोना संकट के चलते राज्य में पर्यटन समेत तमाम गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. इसी कड़ी में सरकार ने हाल ही में पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए करीब दो सौ करोड़ रुपये के आर्थिक राहत पैकेज का ऐलान किया है. इसके अलावा स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत कर्मियों के लिए भी 204 करोड़ रुपये का राहत पैकेज दिया गया। इस बीच यह भी सामने आया कि राज्य भर में कार्यरत महिला स्वयं सहायता समूहों को भी अपने कृषि उत्पादों और अन्य उत्पादों की बिक्री न होने से काफी नुकसान हुआ है. नतीजतन, वे बैंकों से लिए गए कर्ज को चुकाने में भी सक्षम नहीं हैं।

इन सब को देखते हुए अब राज्य सरकार का भी ध्यान इन गुटों की ओर गया है. ग्रामीण विकास मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के अनुसार, एसएचजी ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्वरोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इन समूहों को भी आर्थिक सहायता देने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे जल्द से जल्द वित्तीय सहायता से संबंधित प्रस्ताव तैयार करें, ही, समूहों की अन्य प्रकार से और क्या मदद की जा सकती है, इस बारे में सुझाव दें । उन्होंने कहा कि जल्द ही सरकार इस संबंध में फैसला लेगी।