देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

भले ही कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य भर के सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं, लेकिन कुछ निजी स्कूल पूरी फीस के लिए अभिभावकों पर दबाव डाल रहे हैं। इस संबंध में प्राप्त शिकायतों के बाद, सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि स्कूल बंद होने की अवधि के दौरान, जो संस्थान ऑनलाइन अध्ययन करा रहे हैं, वे इस अवधि के दौरान बच्चों से केवल ट्यूशन शुल्क लेंगे। सचिव शिक्षा आर मीनाक्षी सुंदरम के अनुसार, इस संबंध में जल्द ही आदेश जारी किए जाएंगे।

कोरोना संकट को देखते हुए, पिछले साल भी, सरकार ने केवल ट्यूशन फीस लेने के आदेश दिए थे। इस बार भी हालात पिछले साल जैसे ही हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है। अधिकांश संस्थानों में ऑनलाइन अध्ययन जारी है। शिक्षा सचिव के अनुसार, सरकार को शिकायत मिली है कि कुछ निजी स्कूल इन परिस्थितियों में भी अभिभावकों पर पूरी फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक पढ़ाई ऑनलाइन हो रही है, तब तक केवल ट्यूशन फीस ही ली जा सकती है।

इसके अलावा, अगर किसी अन्य शुल्क जमा करने का दबाव बनाता है , तो ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई लागू अमल में लाई जाएगी। वेतन की समस्या नहीं होगी, शिक्षा सचिव सुंदरम ने यह भी कहा कि सरकारी माध्यमिक और नवोदय स्कूलों के शिक्षकों को समय पर वेतन मिलेगा। इन शिक्षकों के साल भर के वेतन के लिए 3269 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले, प्राथमिक शिक्षकों को वेतन मद के रूप में 2921 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी।