देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड सड़क दुर्घटना उत्तराखंड में बढ़ते सड़क हादसों और मौतों को देखते हुए अब हादसे में घायलों की मदद के लिए आम जनता को प्रेरित करने की तैयारी की जा रही है. इसी कड़ी में सरकार ने पुलिस से किसी भी सड़क दुर्घटना में पीड़ितों की मदद करने वालों को इनाम देने को कहा है. इसके लिए पुलिस को सड़क सुरक्षा राहत कोष से एक लाख रुपये भी जारी किए जाएंगे।

राज्य में लगातार सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस साल जुलाई के अंत तक राज्य में 773 सड़क हादसे हो चुके हैं. इनमें से 468 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसों में हुई मौतों में यह बात सामने आई कि इनमें से करीब 70 फीसदी लोगों की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई. बताया गया कि अगर समय पर अस्पताल ले जाया जाता तो मरने वालों की संख्या थोड़ी कम हो सकती थी।

यह भी बात सामने आई कि हादसे के दौरान घायलों की मदद के लिए आम आदमी के हाथ जल्दी आगे नहीं आए । ज्यादातर हादसों में घायलों को पुलिस के पहुंचने के बाद ही अस्पताल पहुंचाया गया। आम जनता के हादसे में घायलों की मदद करने से पीछे हटने का कारण कानूनी पचड़े में पड़ने की आशंका भी थी, वहीं यह नियम बन गया है कि पुलिस अस्पताल में घायलों से बेवजह पूछताछ नहीं करेगी। इन सभी मामलों को देखते हुए राज्य सड़क सुरक्षा समिति ने आम जनता को इसके प्रति जागरूक करने का निर्णय लिया है.

इसी कड़ी में घायलों की मदद करने वालों को इनाम देने का भी फैसला किया गया है. सड़क हादसों की समीक्षा के दौरान परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने पुलिस के माध्यम से घायलों की मदद करने वालों को इनाम देने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को सार्वजनिक समारोह में पुरस्कृत और सम्मानित किया जाना चाहिए ताकि अन्य भी दुर्घटना में घायलों के सहयोग के लिए आगे आएं. उन्होंने इसके लिए पुलिस को सड़क सुरक्षा कोष से एक लाख रुपये जारी करने का भी निर्देश दिया है.