रुद्रपुर , PAHAAD NEWS TEAM
छात्रवृत्ति घोटाले में, शासन से दो जिला समाज कल्याण अधिकारियों सहित सात अधिकारियों के खिलाफ मामले दर्ज करने और गिरफ्तार करने के आदेश मिल गए हैं। लिखित आदेश मिलते ही एसआईटी गिरफ्तारी की कार्रवाई करेगी। इस घोटाले में दर्जनों अधिकारी और कर्मचारी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। वहीं सरकार से अनुमति मिलने के बाद विभाग में फिर से हलचल है।
फर्जी एंट्री दिखाकर करोड़ों हड़पे
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में अनियमितता मिलने के बाद एसआइटी का गठन कर जांच शुरू कर दी गई थी। ऊधमसिंह नगर के 3034 एससी, एसटी और ओबीसी के लाभार्थियों ने बाहरी राज्यों के शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लिया था। जिसमें कई छात्रों के फर्जी प्रवेश पत्र दिखाकर बिचौलियों ने करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति हड़प ली थी।
28 अधिकारी, कर्मचारी और बिचौलिए जेल पहुंचे
एसआईटी ने सबूतों के आधार पर जिले के विभिन्न पुलिस स्टेशन चौकियों पर 58 शिक्षण संस्थानों और बाहरी राज्यों के 60 बिचौलियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसके साथ ही, SIT ने 28 अधिकारियों, कर्मचारियों और बिचौलियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पूर्व समाज कल्याण अधिकारी शंखधार और सहायक बोर्ड राजेंद्र कुमार शामिल हैं, और उन्हें जेल भेज दिया गया है।
अब इनके खिलाफ भी कार्रवाई की तलवार
दो समाज कल्याण अधिकारी, दो सहायक समाज कल्याण अधिकारी और तीन सहायक पटल का नाम भी घोटाले में सामने आए थे । एसआईटी ने इनके खिलाफ मामला दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए सरकार को पत्र भेजा था। अधिकारियों की गिरफ्तारी की अनुमति सरकार द्वारा नहीं मिल पा रही थी। इस मामले में, उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई है और सरकार से अनुमति मिल गई है। ऐसे में SIT अब उनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
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