हल्द्वानी , PAHAAD NEWS TEAM

सेब किसानों को उन्नत बागवानी से जोड़ने के लिए सेब मिशन का संचालन किया जा रहा है. जिसके तहत नैनीताल जिले के सीमित माली ही योजना से जुड़ सकेंगे। ऐसे में सेब किसान व अन्य लोग योजना की शर्तों में ढील देने की मांग कर रहे हैं. ताकि बड़े पैमाने पर किसान और बागवान इस योजना से लाभान्वित हो सकें।

इससे पहले एपल मिशन योजना में जहां 50 नाली एकमुश्त जमीन पर बागवानी कराई जा रही थीं, उसे अब 25 नाली का कर दिया गया है। जिसमें सेब की बागवानी में रुचि रखने वाले किसानों को ऋण की सुविधा दी जा रही है। साथ ही सेब के नए और उन्नत किस्म के पौधे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ताकि सेब की खेती करने वाले बेहतर बागवानी कर सकें। जिसमें दो वर्ष पूर्व जिले में जहां 15 किसानों को इसका लाभ दिया गया वहीं दूसरे वर्ष 25 अन्य काश्तकारों को योजना से जोड़ा गया है. जिसमें किसानों की मांग है कि बड़ी संख्या में किसान योजना में शामिल नहीं हो पा रहे हैं. जिसमें बड़ी बाध्यता बन रही है , एकमुश्त जमीन का अभाव।

ऐसे में सरकार से एकमुश्त जमीन घटाने की मांग की जा रही है. आलू-फल आढ़ती व्यापारी संघ के पूर्व अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की का कहना है कि पांच से 10 नाली जमीन वाले काश्तकारों को भी योजना से जोडऩे की जरूरत है. जिसके बाद बड़ी संख्या में काश्तकारों को इसका लाभ मिल सका। सब्जी मंडी अध्यक्ष मनोज शाह ने कहा कि किसानों को सेब मिशन से जोड़ने का काम लगातार किया जा रहा है. जिसमें लोगों को बेहतर उपज भी मिलने लगी है।

नेट लगाने से बेहतर पैदावार

सेब की नई और उन्नत किस्म से सेब मिशन के प्रति किसानों में उत्साह है। जिसमें मौसम की मार व जंगली पशुओं से बचाने के लिए सेब की बागवानी के ऊपर से लोहे की जाल भी लगाई जा रही है. बेहतर रंग और आकार के साथ-साथ सरकार के नए प्रयोग से किसानों को फलों की बेहतर कीमत मिल रही है।